एक होलोग्राम की तरह हो सकता है हमारा ब्रह्मांड

Webdunia
रविवार, 3 मई 2015 (18:02 IST)
लंदन। वैज्ञानिकों का कहना है कि ऐसा संभव है कि एक होलोग्राम की तरह हमारा ब्रह्मांड वास्तव में द्विआयामी हो लेकिन दिखता त्रिआयामी हो। इन वैज्ञानिकों में भारत के वैज्ञानिक भी शामिल हैं।
 
शोधकर्ताओं ने कहा कि पिछले 2 दशकों में सैद्धांतिक भौतिकी के सबसे महत्वपूर्ण सिद्धांतों में से एक सिद्धांत इस धारणा को चुनौती देने का है कि ब्रह्मांड त्रिआयामी है।
 
‘होलोग्राफिक सिद्धांत’ इस बात पर जोर देता है कि ब्रह्मांड की गणितीय व्याख्या के लिए, जितने आयाम का वह दिखता है, वास्तव में उससे लगभग एक अतिरिक्त की आवश्यकता होती है।
 
शोधकर्ताओं ने कहा कि जो हमें त्रिआयामी लग रहा होता है, संभव है कि वह एक व्यापक ब्रह्मांड के क्षितिज पर दो विमीय प्रक्रियाओं का प्रतिबिम्ब मात्र हो। ये परिणाम वियना यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी के वैज्ञानिकों और उनके सहकर्मियों द्वारा निकाले गए हैं।
 
शोधकर्ताओं ने कहा कि होलोग्राम द्विआयामी होते हैं लेकिन हमें ये त्रिआयामी नजर आते हैं। हमारा ब्रह्मांड भी इसी तरह व्यवहार कर सकता है। (भाषा) 
Show comments

5वें चरण में 57.40 फीसदी मतदान, बारामूला में टूटा वोटिंग का रिकॉर्ड, जानें कहां कितने प्रतिशत पड़े वोट

वाइस प्रेसिडेंट मुखबेर ईरान के अंतरिम राष्ट्रपति बने, भारत में 1 दिन का शोक

भीषण गर्मी में लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में सुस्त रही मतदान की रफ्तार, आदित्य ठाकरे ने निर्वाचन आयोग पर उठाए सवाल

AAP की मुश्किलें बढ़ीं, ED की चार्जशीट में खुलासा अमेरिका, ईरान, यूएई जैसे देशों से मिली करोड़ों की फंडिंग

दिग्विजय सिंह का दावा, I.N.D.I.A. गठबंधन को वैसा ही समर्थन मिल रहा, जैसा 1977 में...

पीएम मोदी का दावा, 5वें चरण में इंडी गठबंधन पूरी तरह परास्त

MP के बहुचर्चित नर्सिग फर्जीवाड़े मामले में लाखों की रिश्वत लेकर कैसे CBI के अधिकारियों ने दागी कॉलेजों को दी क्लीन चिट?

जयंत सिन्हा ने नहीं डाला वोट, भाजपा ने 2 दिन में मांगा जवाब

बारामूला में रिकॉर्ड मतदान पर क्या बोले पीएम मोदी?

live : जयंत सिन्हा ने नहीं डाला वोट, भाजपा ने जारी किया नोटिस