वॉशिंगटन। इस बार के अमेरिकी राष्ट्रपति पद के चुनाव में एक नई बात भारतीयों का दबदबे की बानगी देखने को मिली। मतदान रसीद पर अंग्रेजी, फ्रेंच और चीनी भाषा के साथ-साथ हिन्दी को भी स्थान दिया गया। इस बार के चुनाव में 8 नवम्बर को मतदान के बाद जो 'धन्यवाद' की रसीद दी गई, उसमें लिखा गया कि '8 नवम्बर 2016 को आम चुनाव में मतदान के लिए धन्यवाद! वाकई यह सम्मान पूरे हिन्दी जगत और हिन्दुस्तान का सम्मान है।
अमेरिका में रहने वाले भारतीयों के सीने तब गर्व से फूले नहीं समाए जब उन्होंने मतदान के बाद मिली पर्ची में अपने देश की राष्ट्रभाषा को देखा... और पढ़ा..। अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति चुने गए डोनाल्ड ट्रंप का भी भारत से प्रेम कहीं छुपा हुआ नहीं हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की लोकप्रियता को देखते हुए ही उन्होंने नारा दिया था 'अबकी बार ट्रंप सरकार'...
यह पहला मौका है जब अमेरिकी राष्ट्रपति पद के चुनाव में मतदान की रसीद में हिन्दी को स्थान मिला है। गौरतलब है कि अमेरिका में बोले जाने वाली भारतीय भाषाओं में हिन्दी ही सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषा है। 2015 के आंकड़ों के मुताबिक, अमेरिका में हिन्दी बोलने वालों की संख्या लगभग 6.5 लाख थी।
अमेरिका में राष्ट्रपति के लिए चुनाव में दशकों पहले स्पेनिश मतदाताओं को मतदान प्राप्तियों पर धन्यवाद स्टेपल किया गया था। 2000 के दशक में इस पर्ची में चीनी भाषा को स्थान मिलना शुरू हुआ।
अमेरिका में हिन्दीभाषियों को देखते हुए सेक्शन 203 वोटिंग राइट एक्ट के अंंतर्गत हिन्दी को मतदान की सामग्री में शामिल किया गया। अधिकारियों के लिए भी अल्पसंख्यक लोगों की सुविधा के लिए यह एक आवश्यकता थी।
कुक काउंटी में एशियाई-भारतीयों का ताजा समूह है जो जनसंख्या और जरूरत दोनों में अर्हता प्राप्त कर रहा है। इलिनोइस ऐसा पहला राज्य है जहां अमेरिका के न्याय विभाग द्वारा आवश्यक हिन्दी में मुद्रित मतपत्र पेशकश किए गए।
निर्वाचन आयुक्तों के शिकागो बोर्ड के प्रवक्ता जिम एलन ने कहा कि जब डूपेज और लेक काउंटीज पहली बार स्पेनिश को शामिल कर रहे थे, तब हम हिन्दी को शामिल कर रहे हैं। एशियन-अमेरिकन्स एडवांसिग जस्टिस शिकागो के अनुसार, एशियन इंडियंस इलिनोइस में करीब 200000 भारतीय रह रहे हैं।