शी जिनफिंग 2022 तक बने रहेंगे राष्ट्रपति, सीपीसी ने दी मंजूरी

Webdunia
मंगलवार, 24 अक्टूबर 2017 (09:03 IST)
बीजिंग। चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ने राष्ट्रपति शी जिनफिंग के पांच साल के दूसरे कार्यकाल को मंगलवार को मंजूरी दे दी और ऐसे कई नेताओं को नियुक्त किया जिन्हें शी का समर्थन है।
 
64 वर्षीय शी के दूसरे कार्यकाल को पार्टी ने सप्ताह भर चले कांग्रेस के सम्मेलन के समापन पर मंजूरी दी। कांग्रेस का यह सम्मेलन पांच साल में एक बार होता है।
 
इस सम्मेलन में 2,350 से ज्यादा प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। यह सम्मेलन ग्रेट हॉल ऑफ पीपल में संपन्न हुआ जिसे चीन के कम्युनिस्ट नेतृत्व का सत्ता केंद्र समझा जाता है।
 
कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना के पदक्रम में शी और प्रधानमंत्री ली क्विंग (62) क्रमश: पहले और दूसरे नंबर पर हैं। दोनों ही पांच-पांच साल के दो कार्यकाल के आधार पर शीर्ष नेतृत्व पर बने रहेंगे। देश पर शासन करने वाली पार्टी की सात सदस्यीय स्टैंडिंग कमेटी के लिए पांच नए सदस्य चुने जाएंगे।
 
शी और ली ने वर्ष 2012 में सत्ता संभाली थी और अब दोनों नेता 2022 तक सत्ता में बने रहेंगे।

नई स्टैंडिंग कमेटी का खुलासा बुधवार को किया जाएगा जब चुने गए सभी नेता सीधे प्रसारण के दौरान मीडिया के सामने औपचारिक तौर पर पेश होंगे। हांगकांग मीडिया की खबरों में कहा गया है कि कांग्रेस में शी की राह शायद आसान न हो क्योंकि भ्रष्टाचार विरोधी व्यापक अभियान का नेतृत्व करने वाले, शी के करीबी सहायक वांग क्विशान के स्टैंडिंग कमेटी से इस्तीफा देने की संभावना है। इससे इन अटकलों पर एक तरह से विराम लगता है कि उनके लिए 68 साल में सेवानिवृत्ति संबंधी नियम को दरकिनार किया जाएगा।
 
इसके अलावा कांग्रेस स्टैंडिंग कमेटी के सदस्यों की संख्या सात रख सकती है। बताया जाता है कि शी इन सदस्यों की संख्या घटा कर पांच रखने के पक्षधर हैं।
 
खबरों में कहा गया है कि सात सदस्यीय नई समिति पार्टी में विभिन्न गुटों के बीच अधिकारों का संतुलन बनाए रख सकती है। हालांकि शी स्टैंडिंग कमेटी में अपने कुछ करीबी सहयोगियों को शामिल करने के साथ ही शक्तिशाली बने रह सकते हैं।
 
शी को हाल के वक्त में चीन का सबसे शक्तिशाली नेता समझा जाता है। वह राष्ट्रपति होने के साथ-साथ पार्टी और सेना के भी प्रमुख हैं। समझा जाता है कि शी वर्ष 2022 में अपना दूसरा कार्यकाल पूरा करने के बाद सेवानिवृत्त होंगे।
 
बहरहाल, इस तरह की भी अटकलें हैं कि वह सेवानिवृत्ति की परंपरा को तोड़ सकते हैं और पार्टी में अपनी शक्तिशाली स्थिति को देखते हुए तीसरे कार्यकाल के लिए विचार कर सकते हैं।
 
शी, सीपीसी के संविधान में अपने विचारों को शामिल कर सकते हैं। कम्युनिस्ट पार्टी के संस्थापक माओ जेदोंग और उनके उत्तराधिकारी देंग शियोपिंग ने ऐसा ही किया था।
 
पूर्व चीनी नेता हू जिंताओ और जियांग ज़ेमिन ने भी अपने विचारों को संविधान में शामिल किया था लेकिन माओ और देंग के विपरीत, उनके नाम शामिल नहीं किए गए थे।
 
सीपीसी सेंट्रल कमेटी के पार्टी स्कूल के प्रोफेसर चेन शुगुआंग ने सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ को बताया कि चीन के नए दौर में प्रवेश करने के साथ ही, कांग्रेस में निर्धारित किए गए लक्ष्यों को हासिल करने के लिए सीपीसी को व्यापक दृष्टिकोण के साथ 21वीं सदी के मार्क्सवाद पर एक नया अध्याय लिखना चाहिए।
 
शिन्हुआ ने विशेषज्ञों के हवाले से कहा है कि सीपीसी की आज संपन्न हुई 19वीं कांग्रेस, उसकी अहम रिपोर्ट में वर्णित अवधारणाओं के चलते विश्व में जर्बदस्त योगदान देगी। (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

प्रियंका गांधी ने वायनाड सीट पर तोड़ा भाई राहुल गांधी का रिकॉर्ड, 4.1 लाख मतों के अंतर से जीत

election results : अब उद्धव ठाकरे की राजनीति का क्या होगा, क्या है बड़ी चुनौती

एकनाथ शिंदे ने CM पद के लिए ठोंका दावा, लाडकी बहीण योजना को बताया जीत का मास्टर स्ट्रोक

Sharad Pawar : महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों से राजनीतिक विरासत के अस्तित्व पर सवाल?

UP : दुनिया के सामने उजागर हुआ BJP का हथकंडा, करारी हार के बाद बोले अखिलेश, चुनाव को बनाया भ्रष्टाचार का पर्याय

सभी देखें

नवीनतम

Maharashtra Election Results 2024 : महाराष्ट्र में 288 में महायुति ने जीती 230 सीटें, एमवीए 46 पर सिमटी, चुनाव परिणाम की खास बातें

Maharashtra elections : 1 लाख से अधिक मतों से जीत दर्ज करने वालों में महायुति के 15 उम्मीदवार शामिल

प्रियंका गांधी ने वायनाड सीट पर तोड़ा भाई राहुल गांधी का रिकॉर्ड, 4.1 लाख मतों के अंतर से जीत

पंजाब उपचुनाव : आप ने 3 और कांग्रेस ने 1 सीट पर जीत दर्ज की

Sharad Pawar : महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों से राजनीतिक विरासत के अस्तित्व पर सवाल?

अगला लेख