तेहरान। एक मां का दिल उस समय पसीज गया जब उसके बेटे के हत्यारे को फांसी दी जा रही थी। मां के प्रयासों से इस सार्वजनिक फांसी को अंतिम क्षणों में रोक दिया।
जिस समय महिला ने हत्यारे को माफ करने का फैसला लिया, उस वक्त उसका चेहरे काले कपड़े से ढंक दिया गया था और फांसी की रस्सी भी गले में बांध दी गई थी। केवल उसके पैर के नीचे लगी कुर्सी हटाने भर की देर थी।
खबरों के अनुसार, सात साल पहले बेटे की हत्या के दोषी को फांसी देने से कुछ क्षण पहले ही मृतक की मां फांसी के तख्त के पास पहुंची और हत्यारे को एक जोरदार थप्पड़ मारा। इसके बाद उसने दोषी के गले से फांसी का फंदा निकाल दिया।
पीड़ित के पिता अब्दुल्घानी होस्सिनजादेह ने कहा कि उनकी पत्नी ने यह फैसला तीन दिन पहले बेटे के सपने में आने के बाद लिया। सपने में मृतक ने अपनी मां से कहा कि वह जहां भी है, खुश है। उसने मां से मौत का बदला न लेने की बात भी कही।
किसास के नियम (आंख के लिए आंख), शरिया प्रतिशोध कानून के अनुसार पीड़ित के परिवार को अपने बेटे के हत्यारे की सजा के बारे में फैसला करने का अधिकार है।