शरीफ झुकने को तैयार नहीं, बोले यह मुश्किल दौर बीत जाएगा

Webdunia
बुधवार, 27 अगस्त 2014 (19:57 IST)
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इस्लामाबाद। पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बनने के बाद अब तक के सबसे मुश्किल इम्तहान का सामना कर रहे नवाज शरीफ ने प्रदर्शनकारियों की ओर से की जा रही इस्तीफे की मांग को बुधवार को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि इस मुल्क ने पहले भी मुश्किल वक्त में अपना वजूद बचाया है और इसी तरह मौजूदा राजनीतिक संकट भी बीत जाएगा।

इमरान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ और कादरी की पार्टी पाकिस्तान अवामी तहरीक (पीएटी) का प्रदर्शन बीते दो सप्ताह से चल रहा है। प्रदर्शनकारी पिछले साल के आम चुनाव में कथित धांधली और बीते 17 जून को लाहौर में अवामी तहरीक के 14 समर्थकों की हत्या के मामलों को लेकर शरीफ के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।

शरीफ ने संकट की शुरुआत के बाद से नेशनल असेंबली में दिए अपने पहले संबोधन में कहा, हम मुश्किल वक्त में कायम रहे। वर्ष 2008 के चुनाव में हमारे हाथ बंधे थे, लेकिन हमने प्रचार किया और (चुनाव में) हिस्सा लिया। हमने धांधली के बारे में शोर नहीं मचाया और अगर ऐसा करते तो वह वाजिब होता।

उन्होंने कहा, चूंकि उस वक्त एक तानाशाह था जिसका सरकार पर नियंत्रण था। उसने चुनाव करवाए.. लेकिन हमने कहा कि यदि पीपीपी को हमसे ज्यादा सीटें मिली हैं तो हम पीपीपी के उस अधिकार को मंजूर करेंगे। शरीफ ने उम्मीद जताई कि यह दौर भी बीत जाएगा और पाकिस्तान तरक्की की ओर बढ़ेगा।

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में यह संकेत दिया कि उनके नेतृत्व वाली पीएमएल-एन सरकार और मौजूदा संसद कायम रहने वाली है। शरीफ पिछले साल जून से सत्ता में हैं। उन्होंने कहा, हम इन चीजों से विचलित नहीं होने जा रहे। संविधान और कानून की सर्वोच्चता का यह सफर पूरी मजबूती के साथ जारी रहेगा तथा खुदा ने चाहा तो उसमें कोई बाधा नहीं आएगी।

उधर, सुप्रीम कोर्ट ने तहरीक-ए-इंसाफ और पीएटी प्रदर्शनकारियों को कंस्टीट्यूशन एवेन्यू कल तक खाली करने का आदेश दिया। कंस्टीट्यूशन एवेन्यू इलाके की सड़क शीर्ष अदालत और संसद तक पहुंचने का मार्ग है।

मुख्य न्यायाधीश नसीरूल मुल्क की अगुवाई वाली पांच सदस्यीय पीठ ने कंस्टीट्यूशन एवेन्यू में प्रदर्शन के खिलाफ दायर विभिन्न याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए यह आदेश दिया। याचिकाकर्ताओं के अनुसार प्रदर्शनकारी आम शहरियों के अधिकारों का हनन कर रहे हैं।

प्रदर्शनकारी बीते 19 अगस्त से संसद भवन और सुप्रीम कोर्ट की इमारत के सामने धरना दे रहे हैं। इससे सरकारी कर्मचारियों को दफ्तर आने-जाने में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

तहरीक-ए-इंसाफ के नेताओं के नेशनल असेंबली से इस्तीफा देने के कुछ दिनों बाद आज पंजाब प्रांत की असेंबली में पार्टी के सदस्यों ने इस्तीफा दे दिया। इससे सरकार पर दबाव और बढ़ गया है।

पंजाब की प्रांतीय असेंबली में नेता विपक्ष और तहरीक-ए-इंसाफ के सदस्य महमूदुर राशिद तथा पार्टी के अन्य 28 सदस्यों ने इस्तीफे सौंप दिए। पंजाब से पार्टी के दो सांसद निगहत इनकियार ओर जहांजेब किची ने अपने इस्तीफे नहीं सौंपे। राशिद ने कहा कि ये दोनों सांसद इस्तीफा नहीं देना चाहते हैं। (भाषा)

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