क्या उम्दा बात कही है किसी ने...'अगर देखना है मेरे उड़ने का अंदाज तो आसमान से कह दो थोड़ा ऊंचा हो जाए।'
जितना बात में वजन है, उसे सनराइजर्स हैदराबाद ने उतने ही दमदार अंदाज में सार्थक कर दिखाया। उचित तालमेल के अभाव में और भुवनेश्वर कुमार की अनुपस्थिति में टीम का प्रदर्शन नरम गरम ही चल रहा था। स्थिति इतनी खराब थी की टीम प्लेऑफ में जाने के लिए तड़प रही थी। फिर अंतिम चरण की लड़ाई जबरदस्त फॉर्म में चल रही है मुंबई इंडियन से पार पाने की थी।
छक्कों के लिए प्रसिद्ध शारजाह मैदान पर मुंबई काफी परिवर्तनों के साथ लक्ष्य देने के लिए मैदान में उतरी। सुस्त रोहित शर्मा एक बार फिर से टीम को नेतृत्व देने के लिए उतरे और वापस आने में भी देरी नहीं की। डिकॉक (25) ने तेजतर्रार पारी खेली और सूर्यकुमार (36) के साथ पारी संभालने का प्रयास भी किया लेकिन उनके आउट होते ही क्रुणाल पांड्या (0) और सौरभ तिवारी (1) भी चलते बने।
ईशान किशन (33) ने नुकसान की भरपाई करने की कोशिश की। इस दौर में 'मैन ऑफ द मैच' शाहबाज नदीम ने सूर्यकुमार और क्रुणाल के विकेट चटका कर स्कोरबोर्ड की कमर तोड़ दी। इस दौरान राशिद खान, नटराजन तथा संदीप शर्मा ने उनका अच्छा साथ निभाया। भला हो पोलार्ड का, जिन्होंने 4 छक्के एवं 2 चौकों की मदद से 41 रनों की पारी खेलकर मुंबई की लाज रख ली।
हार्दिक पांड्या की अनुपस्थिति उन्हें बेहद खली। होल्डर ने पोलार्ड और क्रुणाल के विकेट चटखाकर मुंबई का स्कोर 149 पर सीमित कर दिया। 150 के लक्ष्य का हैदराबाद ने इस अंदाज में पीछा किया मानों बांए हाथ का ही खेल है। घातक बोल्ट और बुमराह की अनुपस्थिति में गेंदबाजी में पैनापन सर्वथा नदारद था और देखते ही देखते डेविड वॉर्नर और रिद्धिमान साहा ने 17.1 ओवर में बगैर किसी नुकसान के हैदराबाद को एक तरफा अविश्वसनीय विजय दिलाई।
इतना ही नहीं वे आरसीबी को चौथे स्थान पर धकेल कर तीसरे नंबर पर आ गए। लगातार छठे आईपीएल में 500+ रन बनाने वाले वॉर्नर ने मात्र 58 गेंदों में 85 रनों की लाजवाब पारी खेली जबकि दूसरे छोर पर साहा 58 (46) की शानदार पारी खेलकर मैच को एक तरफा बना दिया। मुंबई को इस हार से फर्क नहीं पड़ा लेकिन हैदराबाद की हार की मन्नत मांगने वाली कोलकाता नाइट राइडर्स की चुनौती भी समाप्त हो गई।