भारत के कलाई के स्पिनर कुलदीप यादव वेस्टइंडीज के दिग्गज सुनील नारायण के आभारी हैं जिन्होंने उन्हें लेंथ गेंदबाजी करने का महत्व सिखाया जिससे उन्हें और अधिक प्रभावी स्पिनर बनने में मदद मिली। कुलदीप (Kuldeep Yadav) और नारायण (Sunil Narayan) लंबे समय तक कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) टीम में साथी थे जिसके बाद भारतीय स्पिनर दिल्ली कैपिटल्स में चला गया जबकि वेस्टइंडीज का ऑलराउंडर गत चैंपियन केकेआर के साथ 10 साल से अधिक समय से जुड़ा हुआ है।
हाल में चैंपियन्स ट्रॉफी खिताब जीतने वाली भारतीय टीम के सदस्य कुलदीप ने जियोहॉटस्टार से कहा, एक गेंदबाज के रूप में आपको हावी होने का लक्ष्य रखना चाहिए। जसप्रीत बुमराह और सुनील नारायण जैसे खिलाड़ियों ने लगातार ऐसा किया है। मैंने केकेआर में रहते हुए सुनील नारायण से बहुत कुछ सीखा। वह अपने समय से आगे थे। उन्होंने हमेशा लेंथ गेंदबाजी के महत्व पर जोर दिया।
उन्होंने कहा, उस समय मुझे लगता था कि मैं केवल अपने कौशल पर भरोसा कर सकता हूं लेकिन अब मुझे लगता है कि वह बिल्कुल सही थे। चोट से वापसी के बाद से मैंने अपनी लेंथ पर बहुत ध्यान दिया है और इससे काफी फर्क पड़ा है।
कुलदीप ने विशाखापत्तनम में 20 रन देकर दो विकेट लेकर लखनऊ सुपर जाइंट्स के खिलाफ दिल्ली की एक विकेट की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी और सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ भी उन्होंने 4 ओवर में 22 रन देकर 3 विकेट चटकाए।
बाएं हाथ के इस 30 वर्षीय स्पिनर ने कहा कि टूर्नामेंट में शीर्ष आक्रामक बल्लेबाजों की मौजूदगी को देखते हुए आईपीएल में अच्छी इकोनामी रेट बनाए रखना बेहद मुश्किल है।
कुलदीप ने कहा, आईपीएल गेंदबाजों के लिए बहुत कठिन है - यह अत्यधिक प्रतिस्पर्धी है। आप विकेट ले सकते हैं लेकिन आप हमेशा छह या सात रन प्रति ओवर की इकोनामी रेट बनाए रखने की उम्मीद नहीं कर सकते। यह उच्च गुणवत्ता वाले खिलाड़ियों की मौजूदगी में एक चुनौतीपूर्ण प्रारूप है। (भाषा)