गूगल पर 2021 तक अंग्रेजी से आगे निकल जाएगी हिन्दी

Webdunia
रविवार, 30 अप्रैल 2017 (17:51 IST)
नई दिल्ली। वर्ष 2021 तक 53.6 करोड़ लोगों के ऑनलाइन रहने के समय अपनी क्षेत्रीय भाषाओं का इस्तेमाल करने की संभावना है। उसका श्रेय मोबाइल फोनों एवं डाटा पैक के घटते दाम तथा और स्थानीय सामग्री की उपलब्धता को जाएगा।
 
यह बात गुगल - केपीएमजी की रिपोर्ट में आया है। इस रिपोर्ट के अनुसार हिन्दी इंटरनेट उपयोगकर्ताओं की संख्या 2021 तक अंग्रेजी उपयोगकर्ताओं से बहुत आगे निकल जाएगी और 19.9 करोड़ तक पहुंच जाएगी। उम्मीद की जा रही है कि उस समय तक भारत में 73.5 करोड़ इंटरनेट उपयोगकर्ता हो जाएंगे।
 
उनकी संख्या 2016 में 40.9 करोड़ थी। रोचक बात यह है कि भारतीय भाषाओं में इंटरनेट का उपयोग करने वालों में बड़ी संख्या में लोग पहले से ही सरकारी सेवाओं, क्लासीफाइड और खबरों का लाभ उठा रहे हैं तथा भुगतान भी वे ऑनलाइन ही करते हैं।
 
ऐस लोग न केवल चैट एप्प और डिजिटल मनोरंजन का लाभ उठा रहे हैं बल्कि वे डिजिटल भुगतान तरीके भी अपना रहे हैं। वर्ष 2016 में भारतीय भाषाओं में इंटरनेट का उपयोग करने वालों की संख्या 23.4 करोड़ थी जबकि अंग्रेजी में इसका उपयोग करने वालों की संख्या 17.7 करोड़ थी। हिन्दी के अलावा मराठी, बंगाली, तमिल, कन्नड़ और तेलुगु उपयोगकर्ताओं की संख्या तेजी बढ़ने की संभावना है। (भाषा) 
Show comments

आंध्र में विधायक ने मतदान केंद्र पर मतदाता को जड़ा थप्पड़, जानिए क्‍या है मामला...

हमारे परिवार ने हमेशा रायबरेली के हित में काम किया : राहुल गांधी

Lok Sabha Election : बंगाल में मतदान के दौरान हिंसा, भाजपा नेता दिलीप घोष के काफिले पर हमला

राहुल गांधी बोले, मेरी दो माताओं की कर्मभूमि है रायबरेली, इसलिए आया हूं चुनाव लड़ने

AAP की राज्यसभा सदस्य मालीवाल ने CM केजरीवाल के निजी स्टाफ पर लगाया दुर्व्यवहार का आरोप

Sushil Modi Death : बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी का निधन, कैंसर से पीड़ित थे BJP नेता

Lok Sabha Elections LIVE: चौथे चरण में 63 प्रतिशत से ज्यादा वोटिंग, बंगाल में सबसे ज्यादा 76.02%

मुंबई बड़ा हादसा, घाटकोपर में बिलबोर्ड गिरने से 8 की मौत, 59 जख्मी, 67 को बचाया, रेस्क्यू जारी

खुदरा मुद्रास्फीति घटकर 4.83 प्रतिशत हुई, अप्रैल में 11 महीने के निचले स्तर पर

Madhya Pradesh Lok Sabha Elections 2024 : मध्यप्रदेश में 8 सीटों पर 71 प्रतिशत से ज्यादा वोटिंग, इंदौर में सबसे कम, खरगोन में सबसे ज्यादा वोटिंग

अगला लेख