जम्मू-कश्मीर में बादल फटा, श्रीनगर-लेह राजमार्ग बंद

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
रविवार, 4 अगस्त 2024 (10:16 IST)
cloud burst in Jammu kashmir : जम्मू-कश्मीर के गांदरबल जिले में बादल फटने से एक सड़क क्षतिग्रस्त हो गई, जिससे श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग यातायात के लिए बंद हो गया। ALSO READ: Weather update : 17 राज्यों में तेज बारिश का अलर्ट, क्या है हिमाचल का हाल?
 
यातायात नियंत्रण कक्ष के एक अधिकारी ने कहा कि गांदरबल जिले के कचेरवन में सड़क क्षतिग्रस्त होने के कारण श्रीनगर-लेह मार्ग पर यातायात अगले आदेश तक रोक दिया गया है। उन्होंने बताया कि आधी रात को बादल फटने के कारण अचानक आई बाढ़ से सड़क क्षतिग्रस्त हो गई।
 
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि बादल फटने से आई बाढ़ के कारण कुछ इमारतों को नुकसान पहुंचा है। जरूरतमंद लोगों को सहायता मुहैया कराने के लिए प्राधिकारी मौके पर मौजूद हैं।
 
राजमार्ग बंद होने के कारण कश्मीर घाटी का संपर्क लद्दाख से कट गया है और अमरनाथ यात्रा के लिए बालटाल आधार शिविर तक संपर्क सुविधा भी बाधित हो गई है।
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#WATCH | Jammu & Kashmir | Cloud burst in Cherwan Kangan area of Ganderbal district caused damage to paddy fields, several vehicles got stuck in debris, and water entered into residential areas. SSG Road near Padawbal is blocked as the nearby canal overflowed letting accumulation… pic.twitter.com/EDQNlN8kyB

— ANI (@ANI) August 4, 2024 >
बादल फटना किसे कहते हैं : बादल फटना (Cloud Burst) बारिश का एक चरम रूप (Extreme form of Rain) है। इस घटना में भारी बारिश के साथ कभी-कभी गरज के साथ ओले भी पड़ते हैं। दरअसल, 'बादल फटना' मुहावरा बहुत तेज बारिश के लिए भी किया जाता है। इस तरह की बारिश जहां भी होती है तबाही लाती है। 
 
जब घंटे भर में 100 मिलीमीटर तक बारिश हो जाती है। तो इसे बादल फटना कहते हैं। बादल फटने के कारण बहुत ही कम समय में इतनी बारिश होती है कि संबंधित इलाके में बाढ़ जैसी उत्पन्न हो जाती है। आमतौर पहाड़ी इलाकों में बादल फटने की घटनाएं ज्यादा होती हैं।
 
क्यों होती हैं बादल फटने की घटनाएं : मौसम विज्ञान के मुताबिक जब बादल भारी मात्रा में आर्द्रता यानी पानी लेकर आसमान में चलते हैं और इस दौरान उनकी राह में कोई अवरोध उत्पन्न हो जाता है तो वे अचानक फट जाते हैं। संघनन या दबाव (Condensation) बहुत तेजी से होता है। ऐसी स्थिति में एक सीमित इलाके में भारी से भी भारी बारिश होती है। इससे क्षेत्र में तेज बहाव वाली बाढ़ आ जाती है। (वेबदुनिया/भाषा)
Edited by : Nrapendra Gupta 

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