जम्मू कश्मीर पुलिस की आतंकवादरोधी शाखा ने कश्मीर में कई स्थानों पर छापेमारी की

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
शुक्रवार, 30 मई 2025 (10:52 IST)
Police raids several places in Kashmir: जम्मू-कश्मीर पुलिस (Jammu and Kashmir Police) की आतंकवादरोधी कश्मीर शाखा ने आतंकवादी गतिविधियों (terror activities) की जांच के तहत शुक्रवार को घाटी में कई स्थानों पर छापे मारे। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि यह छापेमारी बडगाम, पुलवामा, अवंतीपुरा, कुपवाड़ा, शोपियां और श्रीनगर जिलों में की गई।ALSO READ: J&K : जम्मू-कश्मीर के शोपियां में लश्कर के 2 हाइब्रिड आतंकवादी गिरफ्तार
 
'एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग एप्लीकेशन' का इस्तेमाल करते हुए पाया : उन्होंने बताया कि जांच के दौरान कुछ संदिग्धों को उस खास 'एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग एप्लीकेशन' का इस्तेमाल करते हुए पाया गया जिसका इस्तेमाल आतंकवादी और सीमा पार मौजूद उनके आका करते हैं। 'एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग एप्लीकेशन' एक ऐसा ऐप होता है, जो संदेशों को एक विशेष कोड में बदल देता है ताकि कोई तीसरा व्यक्ति उन्हें न पढ़ सके। अधिकारियों ने कहा कि एप्लीकेशन का इस्तेमाल करने वाले इन लोगों के सीमा पार संदिग्ध संस्थाओं के संपर्क में होने का संदेह है। इस संबंध में ताजा रिपोर्ट मिलने तक छापेमारी जारी थी।(भाषा)
 
Edited by: Ravindra Gupta

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

अनिरुद्धाचार्य ने महिलाओं पर यह क्या कह दिया, मच गया बवाल?

नासमझ हैं भाजपा सांसद कंगना, उन्हें खुद पर नियंत्रण रखना चाहिए

गुजरात में रफ्तार का कहर, हिट एंड रन मामले में 2 की मौत

लोकसभा में खत्म गतिरोध, अगले सप्ताह ऑपरेशन सिंदूर पर होगी चर्चा

Rajasthan : डेढ़ साल के बच्‍चे को बोरवेल में फेंका, आरोपी पिता गिरफ्तार

सभी देखें

नवीनतम

Sukanya Samriddhi Yojana : छोटी सी बचत आपकी बेटी को बना देगी लखपति, 4 करोड़ से ज्यादा लोगो ने जताया भरोसा, जान लीजिए क्या है स्कीम

एम्बुलेंस में बेहोश महिला से गैंगरेप, अस्‍पताल का स्‍टाफ बना हैवान, कर दी दरिंदगी, इसलिए एम्बुलेंस में आई थी पीड़िता

उल्लू से लेकर आल्ट तक ‘डर्टी पिक्‍चर’ वाले ऐप्‍स को सरकार ने किया बैन, एकता कपूर ने क्‍या सफाई दी?

Atal Pension Yojana : योजना में 8 करोड़ से ज्यादा लोगों ने लगाया पैसा, 5000 रुपए तक की मासिक पेंशन, अटल पेंशन योजना से जुड़ा बड़ा अपडेट

बिहार सरकार को समर्थन देने का दुख, नीतीश से क्यों नाराज हैं चिराग पासवान

अगला लेख