Janmashtami 2020 : जन्माष्टमी पर पढ़ें 12 राशियों के 12 विशेष रक्षा मंत्र

पं. सुरेन्द्र बिल्लौरे
श्री विष्णुजी ने पूरी 24 कलाएं लेकर भाद्र कृष्ण पक्ष की अष्टमी को मां देवकी के गर्भ से जन्म लिया। बाद में भगवान ने अपनी बाल लीलाएं यशोदा मां व नंदबाबा के आंगन में दिखाई। भगवान के दिव्य अवतार का नामकरण-संस्कार गंगाचार्य ने किया 'कृष्ण'। जो अपनी ओर सबको आकर्षित करे वह 'कृष्ण' है। समय-समय पर अलग-अलग लीलाओं के आधार पर उनके नाम होते गए। इन्हीं नामों का राशि अनुसार अष्टमी पर जाप करने से मनचाहा वरदान मिलता है। 
 
राशि अनुसार श्रीकृष्ण मंत्र 
 
मेष  : ॐ माधवाय नम:
 
वृषभ  : ॐ गोहितो नम:
 
मिथुन : ॐ वत्सलाय: नम:
 
कर्क : ॐ श्रीधर नम:
 
सिंह : ॐ विजितात्मा नम: 
 
कन्या : ॐ सर्वदर्शी नम: 
 
तुला : ॐ वासुदेवो नम: 
 
वृश्चिक : ॐ गंभीरात्मा नम: 
 
धनु : ॐ देवकीनंदन: नम: 
 
मकर : ॐ भक्तवत्सल: नम:
 
कुंभ : ॐ लोहिताक्ष: नम: 
 
मीन : ॐ कृष्णाय नम: 
 
विशेष : जन्माष्टमी के दिन जो जातक 'कृष्णाष्टक' या 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नम:' का जाप करता है, उसे विशेष फल प्राप्त होता है।

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

Dev uthani ekadashi 2024: देव उठनी एकादशी की 3 पौराणिक कथाएं

Tulsi Vivah vidhi: देव उठनी एकादशी पर तुलसी विवाह की संपूर्ण विधि

शुक्र के धनु राशि में गोचर से 4 राशियों को होगा जबरदस्त फायदा

Dev diwali 2024: कार्तिक पूर्णिमा के दिन देव दिवाली रहती है या कि देव उठनी एकादशी पर?

Tulsi vivah Muhurt: देव उठनी एकादशी पर तुलसी विवाह का शुभ मुहूर्त क्या है, जानें विधि और मंत्र

सभी देखें

धर्म संसार

09 नवंबर 2024 : आपका जन्मदिन

09 नवंबर 2024, शनिवार के शुभ मुहूर्त

ज्योतिष की नजर में क्यों हैं 2025 सबसे खतरनाक वर्ष?

Dev Diwali 2024: देव दिवाली पर यदि कर लिए ये 10 काम तो पूरा वर्ष रहेगा शुभ

Akshaya Navami 2024: आंवला नवमी पर इस कथा को पढ़ने या सुनने से मिलता है अक्षय फल

अगला लेख