श्रीकृष्ण को लगाएं राशि अनुसार भोग और करें श्रृंगार, मिलेगा मनचाहा वरदान

पं. सुरेन्द्र बिल्लौरे
इस साल जन्माष्टमी पर कान्हा को राशि अनुसार यह भोग लगाएं, मनचाहा वरदान पाएं 
 
जन्माष्टमी पर करें राशि अनुसार भगवान श्रीकृष्ण का पूजन
 
 
देवकीनंदन, यदुनंदन, राधाप्रिय भगवान श्रीकृष्ण जन्म-उत्सव भादौ कृष्ण पक्ष अष्टमी के दिन रात्रि 12 बजे मनाया जाता है। इस  दिन भगवान श्रीकृष्ण का पूजन विधि-विधानपूर्वक करना चाहिए।
 
भगवान श्रीकृष्ण के जन्म के दिन प्रात:काल स्नान करके घर को स्वच्छ करें। नाना प्रकार के सुगंधित पुष्पों से घर की सजावट करें व  गोपालजी का पालना सजाएं। तत्पश्चात भगवान को शुद्ध जल से स्नान कराएं फिर दूध, दही, घी, शहद, शकर व पंचामृत से स्नान  कराएं। सभी स्नान के बाद शुद्ध जल से स्नान कराके दूध से अभिषेक करें व भगवान को वस्त्र पहनाएं। आभूषण से सुशोभित कर केशर  या चंदन का टीका लगाएं तथा फिर भगवान को पालने में सुला दें। यदुनंदन की इस प्रकार से पूजा करने से आपको वे आनंददायक  पालने का सुख देंगे।
 
रात्रि 12 बजे तक भगवान के कीर्तन, भजन व जप करते रहें। रात्रि 12 बजे भगवान की जन्म आरती कर जन्मोत्सव मनाएं। राशि के अनुसार भगवान का पूजन करें तो अनन्य फल प्राप्त होता है।
 
मेष : लाल वस्त्र पहनाएं व कुंकुं का तिलक करें।
 
वृषभ : चांदी के वर्क से श्रृंगार करें व सफेद चंदन का तिलक करें।
 
मिथुन : लहरिया वाले वस्त्र पहनाएं व चंदन का तिलक करें।
 
कर्क : सफेद वस्त्र पहनाएं व दूध का भोग लगाएं।
 
सिंह : गुलाबी वस्त्र पहनाएं व अष्टगंध का तिलक लगाएं।
 
कन्या : हरे वस्त्र पहनाएं व मावे का भोग लगाएं।
 
तुला : केसरिया वस्त्र पहनाएं व माखन-मिश्री का भोग लगाएं।
 
वृश्चिक : लाल वस्त्र पहनाएं व मिल्क केक का भोग लगाएं।
 
धनु : पीला वस्त्र पहनाएं व पीली मिठाई का भोग लगाएं।
 
मकर : लाल-पीला मिश्रित रंग का वस्त्र पहनाएं व मिश्री का भोग लगाएं। 
 
कुंभ : नीले वस्त्र पहनाएं व बालूशाही का भोग लगाएं।  
 
मीन : पीताम्बरी पहनाएं व केशर-बर्फी का भोग लगाएं।

ALSO READ: उलझन में हैं भक्त, कब मनाएं श्रीकृष्ण जन्माष्टमी? जानिए समाधान

सम्बंधित जानकारी

Show comments

Bhagwat katha benefits: भागवत कथा सुनने से मिलते हैं 10 लाभ

Vaishakha amavasya : वैशाख अमावस्या पर स्नान और पूजा के शुभ मुहूर्त

Dhan yog in Kundali : धन योग क्या है, करोड़पति से कम नहीं होता जातक, किस्मत देती है हर जगह साथ

Akshaya tritiya 2024 : 23 साल बाद अक्षय तृतीया पर इस बार क्यों नहीं होंगे विवाह?

Varuthini ekadashi: वरुथिनी एकादशी का व्रत तोड़ने का समय क्या है?

Guru asta 2024 : गुरु हो रहा है अस्त, 4 राशियों के पर्स में नहीं रहेगा पैसा, कर्ज की आ सकती है नौबत

Nautapa 2024 date: कब से लगने वाला है नौतपा, बारिश अच्‍छी होगी या नहीं?

Akshaya tritiya 2024: अक्षय तृतीया की पौराणिक कथा

कालाष्टमी 2024: कैसे करें वैशाख अष्टमी पर कालभैरव का पूजन, जानें विधि और शुभ समय

Aaj Ka Rashifal: राशिफल 01 मई: 12 राशियों के लिए क्या लेकर आया है माह का पहला दिन

अगला लेख