31 मार्च को है हनुमान जयंती, ऐसे करें राशि अनुसार आराधना

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पं. सुरेन्द्र बिल्लौरे

कौन सो संकट मोर गरीब को
जो तुमसे नहीं जाट है टारो
बेगि हरो हनुमान महाप्रभु जो कछु संकट होय हमारो.... 
 
 
महावीर हनुमान महाकाल शिव के 11 वें रुद्रावतार हैं, जिनकी विधिवत् उपासना करने से सभी बाधाओं का नाश होता है। ब्रह्मचर्य का पालन करते हुए हनुमान जयंती के दिन हनुमान चालीसा या सुन्दरकांड का पाठ करना चाहिए। हनुमान जी के पाठ से भूत बाधा,प्रेत बाधा,ऊपरी बाधा का निवारण होता हैा सर्व कष्टों अर्थात नौकरी,व्यापार में बाधा एवं रोगों का निवारण भी हनुमान जी के पाठ से हो जाता है। 
 
ऐसा कोई भी कार्य नहीं है जो हनुमान जी अपने भक्तों के लिए ना कर सकें, बस आवश्यकता है सच्चे मन से उन्हें याद करने की।
 
हनुमान जयंती के दिन अपनी राशि अनुसार विशिष्ट मंत्रों का जप करें तो सभी कामनाओं की पूर्ति संभव है। 
 
मेष: ॐ सर्वदुख हराय नम:
 
वृषभ: ॐ  कपिसेनानायक नम:
 
मिथुन: ॐ मनोजवाय नम:
 
कर्क: ॐ लक्ष्मणप्राणदात्रे नम:
 
सिहं: ॐ परशौर्य विनाशन नम:
 
कन्या: ॐ पंचवक्त्र नम:
 
तुला: ॐ सर्वग्रह विनाशी नम:
 
वृश्चिक: ॐ सर्वबंधनविमोक्त्रे नम:
 
धनु: ॐ चिरंजीविते नम: 
 
मकर: ॐ सुरार्चिते नम:
 
कुंभ: ॐ वज्रकाय नम:
 
मीन:  ॐ कामरूपिणे नम:

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