झारखंड में 64.44% मतदाताओं ने 189 उम्मीदवारों के भाग्य का किया फैसला

Webdunia
शनिवार, 30 नवंबर 2019 (21:38 IST)
रांची। झारखंड में प्रथम चरण में आज 13 विधानसभा सीटों पर छिटपुट घटनाओं को छोड़कर शांतिपूर्वक संपन्न कराए गए मतदान में 64.44 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग कर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव, भाजपा नेता सुखदेव भगत समेत 189 प्रत्याशियों के चुनावी भाग्य का फैसला ईवीएम में कैद कर दिया।

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विनय कुमार चौबे ने बताया कि राज्य की 13 विधानसभा सीट चतरा (सुरक्षित), गुमला (सु), बिशुनपुर (सु), लोहरदगा (सु), मणिका (सु), लातेहार (सु), पांकी, डालटनगंज, बिश्रामपुर, छत्तरपुर (सु), हुसैनाबाद, गढ़वा और भवनाथपुर में छिटपुट घटनाओं को छोड़कर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदान शांतिपूर्ण संपन्न हुआ। इस दौरान करीब 64.44 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। चौबे ने बताया कि मतदान समाप्त होने तक सबसे अधिक 67.30 प्रतिशत वोट लोहरदगा विधानसभा क्षेत्र में पड़े वहीं चतरा में महज 56.59 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।

गुमला में 67.3 प्रतिशत, बिशुनपुर में 69.8 प्रतिशत, मनिका में 62.66 प्रतिशत, लातेहार में 67.2 प्रतिशत, पांकी में 64.1 प्रतिशत, डाल्टनगंज में 63.9 प्रतिशत, विश्रामपुर में 61.6 प्रतिशत, छतरपुर में 62.3 प्रतिशत, हुसैनाबाद में 60.9 प्रतिशत, गढ़वा मे 66.04 प्रतिशत और भवनाथपुर सीट के लिए 67.34 प्रतिशत मतदान हुआ। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि वर्ष 2014 में इन विधानसभा सीटों पर हुए मतदान के मुकाबले इस बार के मतदान प्रतिशत में 1.15 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।

उन्होंने बताया कि वर्ष 2014 में इन सीटों के लिए कुल 63.29 प्रतिशत मतदान हुआ था। चतरा में 53.62 प्रतिशत, गुमला में 60.73 प्रतिशत, विशुनपुर में 66.92 प्रतिशत, लोहरदगा में 67.75 प्रतिशत, मनिका में 59.77 प्रतिशत, लातेहार में 66.17 प्रतिशत, पांकी में 65.72 प्रतिशत, डाल्टनगंज में 64.70 प्रतिशत, विश्रामपुर में 61.31 प्रतिशत, छतरपुर में 59.63 प्रतिशत, हुसैनाबाद में 62.21 प्रतिशत, गढ़वा में 67.81 प्रतिशत और भवनाथपुर में 68.16 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था।

चौबे ने बताया कि हालांकि नक्सलियों द्वारा चुनाव में व्यवधान उत्पन्न करने के उद्देश्य से गुमला जिले के बिशुनपुर के बानालात और वीरानपुर के बीच जंगल में एक पुलिया के निकट विस्फोट किया गया। इससे कोई नुकसान नहीं हुआ। सूचना प्राप्त होते ही सुरक्षा बलों ने उक्त क्षेत्र को घेर लिया। झारखंड पुलिस एवं अर्धसैनिक बलों की टुकड़ियां वहां कैम्प कर रही है।

उन्होंने कहा कि नक्सलियों द्वारा दहशत फैलाने के प्रयास के बावजूद सुरक्षा बलों की चाक-चौबंद व्यवस्था के कारण मतदाताओं ने अपने घरों से निकलकर मताधिकार का प्रयोग किया। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि इसके अलावा डाल्टनगंज विधानसभा क्षेत्र स्थित चैनपुर के कोशियरा बूथ पर एक प्रत्याशी (कांग्रेस के केएन त्रिपाठी) द्वारा ग्रामीणों के बीच पिस्तौल लहराने का मामला सामने आया। उन्होंने बताया कि प्रशासन ने इस पर कड़ा रुख इख्तियार करते हुए उनके हथियार को जब्त कर लिया।

चौबे ने बताया कि हुसैनाबाद विधानसभा क्षेत्र के हरिहरगंज के डेमा में दो दलों के प्रत्याशियों के बीच झड़प हुई, जिसे वहां मौजूद पुलिसबल के द्वारा समय नियंत्रित कर लिया गया। उन्होंने बताया कि इन छिटपुट घटनाओं को छोड़कर अन्य सभी जगहों पर शान्तिपूर्ण ढंग से मतदान संपन्न हो गया। झारखंड के पूर्व मंत्री एवं पलामू जिले में डाल्टनगंज विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार केएन त्रिपाठी पर चैनपुर थाना क्षेत्र के मझिगांवा में हमला होने की सूचना है।

त्रिपाठी ने डाल्टनगंज के विधायक आलोक चौरसिया के समर्थकों द्वारा उन पर हमला कर उनकी पिटाई करने एवं उनकी गाड़ी को क्षतिग्रस्त करने का आरोप लगाया है। त्रिपाठी ने कहा कि उन्होंने चुनाव आयोग से चैनपुर के कई बूथों पर मतदान रद्द करने की मांग की है, लेकिन राज्य की रघुवर सरकार के इशारे पर जिला प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की। इसके अलावा राज्य में कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है।

इस चरण में 13 सीटों के लिए कुल 189 प्रत्याशियों में से 174 पुरुष और 15 महिला प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में लॉक हो चुकी है। जिन दिग्गजों के भाग्य का फैसला ईवीएम मशीन में कैद हो गया उनमें लोहरदगा सीट से झारखंड कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ. रामेश्वर उरांव एवं भाजपा के सुखदेव भगत, विश्रामपुर से राज्य के स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी, छत्तरपुर से ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) के राधाकृष्ण किशोर, हुसैनाबाद से कुशवाहा शिवपूजन मेहता और भवनाथपुर से भाजपा उम्मीदवार भानूप्रताप साही शामिल हैं।

चौबे ने बताया कि प्रथम चरण के मतदान वाली 13 विधानसभा सीटों के लिए योग्य मतदाताओं की संख्या 372433 है, जिनमें 195090 पुरुष, 177341 महिला दो थर्ड जेंडर और 9906 नए मतदाता शामिल हैं। उन्होंने बताया कि कुल 4892 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें से 4585 ग्रामीण क्षेत्रों में और 307 शहरी क्षेत्रों में हैं। मतदान में दिव्यांग मतदाताओं की बढ़-चढ़कर भागीदारी रही।

उन्होंने बताया कि 84.22 प्रतिशत दिव्यांग मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। इस चरण में दिव्यांग मतदाताओं की कुल संख्या 49007 थी। उनकी सहूलियत के लिए 3152 व्हील चेयर की व्यवस्था और सहायता के लिए 2669 स्वयंसेवक विभिन्न मतदान केंद्रों में तैनात किए गए थे।

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि इसके अलावा दिव्यांग मतदाताओं को घर से मतदान केंद्र तक लाने और ले जाने के लिए 1108 वाहनों का इस्तेमाल किया गया था। पहले चरण के चुनाव को लेकर 13 सामान्य प्रेक्षक, सात व्यय प्रेक्षक, 6 पुलिस प्रेक्षक और 548 माइक्रो ऑब्जर्वर प्रतिनियुक्त किए गए थे, वहीं 4892 मतदान केंद्रों पर मतदान प्रक्रिया को सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए  लगभग 20 हजार मतदान कर्मी नियुक्त किए गए थे।

चौबे ने बताया कि वेबकास्टिंग के जरिए चयनित मतदान केंद्रों की गतिविधियों पर पल-पल नजर रखी जा रही है। इस चरण के चुनाव के लिए 1262 मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग की जाएगी। वेबकास्टिंग की निगरानी मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय, रांची एवं सभी जिलों के जिला निर्वाचन पदाधिकारी के कार्यालय में बनाए गए वेबकास्टिंग नियंत्रण कक्ष से की गई।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

EC से सवाल, 190 सीटों का वोटिंग पर्सेंट आने में इतना समय क्यों लगा?

KCR पर चुनाव आयोग का एक्शन, 48 घंटे तक प्रचार पर लगाया बैन, कांग्रेस के खिलाफ की थी टिप्पणी

उज्जैन के दंडी आश्रम में आचार्य और सेवादार ने 19 बच्चों से किया यौन कुकर्म, FIR दर्ज

2500 वीडियो क्लिप, 17 साल पुराना ड्राइवर, कर्नाटक के इस कांड को क्‍यों कहा जा रहा भारत का सबसे बड़ा sex scandal?

प्रज्वल रेवन्ना sex scandal को लेकर राहुल ने बोला पीएम मोदी पर तीखा हमला

19 साल बाद संजय निरुपम की घर वापसी, शिंदे की शिवसेना में होंगे शामिल

Lok Sabha Elections 2024 : बनासकांठा में बोले PM मोदी, कांग्रेस लिखकर दे धर्म के आधार पर नहीं देगी आरक्षण

KCR पर चुनाव आयोग का एक्शन, 48 घंटे तक प्रचार पर लगाया बैन, कांग्रेस के खिलाफ की थी टिप्पणी

UP : राजगुरु, बिस्मिल, भगत सिंह, देश के शहीदों से मुख्तार की तुलना, अफजाल अंसारी का वीडियो वायरल

Supreme Court Updates : सुप्रीम कोर्ट के जज जब सुनाने लगे अपना दर्द - संडे-मंडे तो छोड़िए त्योहारों पर भी चैन नहीं

अगला लेख