Karnataka CM Race : अगले 48-72 घंटों में कर्नाटक को मिलेगी नई सरकार? सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार के बीच खींचतान जारी

Webdunia
बुधवार, 17 मई 2023 (23:57 IST)
नई दिल्ली। Siddaramaiah vs Shivakumar: कर्नाटक (karnataka) में कांग्रेस विधायक दल का नेता चुनने के लिए कांग्रेस में मंत्रणा का दौर बुधवार को भी जारी रहा। हालांकि पार्टी अभी किसी ठोस नतीजे पर पहुंचने पर पहुंच पाई है। पार्टी ने कहा कि मुख्यमंत्री को लेकर 1-2 दिन में फैसला संभव है और अगले 48 घंटे से 72 घंटे के बीच प्रदेश में नयी सरकार का गठन हो जाएगा।
 
मुख्यमंत्री को लेकर बने संशय के बीच पार्टी ने अपने नेताओं को बयानबाजी से दूर रहने की नसीहत देते हुए कहा है कि अगर वे ऐसा करते हैं तो इसे अनुशासनहीनता माना जाएगा और कार्रवाई की जाएगी।
 
इस बीच, मुख्यमंत्री पद के फैसले के बारे में पूछे जाने पर डीके शिवकुमार ने पत्रकारों से कहा कि बताने के लिए कुछ भी नहीं है। हमने निर्णय आलाकमान पर छोड़ दिया है। आलाकमान को फैसला करना है।
ALSO READ: सिद्धा vs शिवकुमार : कांग्रेस के फॉर्मूले पर राजी नहीं डीके, पार्टी में जद्दोजहद और बढ़ी
पार्टी महासचिव और कर्नाटक के प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा कि मैंने सभी कांग्रेस नेताओं को सलाह दी है कि वे नेतृत्व के मुद्दे पर बयान नहीं दें। बिना स्वीकृति के कोई बयान दिया गया तो उसे अनुशासनहीनता माना जाएगा और उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
राहुल गांधी से मुलाकात : मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदार माने जा रहे दोनों नेताओं सिद्धरमैया और शिवकुमार ने बुधवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ अलग-अलग मुलाकात की। फिर बुधवार रात शिवकुमार ने सुरजेवाला के घर पर मुलाकात की तथा इसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के घर पर कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और सुरजेवाला ने उनसे चर्चा की।
 
नाराजगी की खबर का खंडन : सिद्धरमैया ने रात में ही वेणुगोपाल के आवास पर जाकर उनसे और सुरजेवाला से बातचीत की। मुख्यमंत्री पद के लिए सिद्धरमैया के नाम पर सहमति बनने और शिवकुमार की नाराजगी से जुड़ी खबरें मीडिया में आने के पश्चात कांग्रेस ने इसका सार्वजनिक रूप से खंडन किया।
 
भाजपा फैला रही है अफवाह : पार्टी महासचिव और कर्नाटक प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि ‘भारतीय जनता पार्टी द्वारा फैलाई जा रही’ अफवाहों पर ध्यान देने की जरूरत नहीं हैं, क्योंकि अब तक कोई फैसला नहीं हुआ है।
 
उनका कहना था कि विधायक दल की बैठक में प्रस्ताव पारित कर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को फैसले के लिए अधिकृत किया गया था और ऐसे में वह सहमति तथा एकजुटता के आधार पर निर्णय लेंगे।
भाजपा बौखलाई : सुरजेवाला ने प्रेस कॉन्फेंस में कहा कि अभी कोई फैसला नहीं हुआ है। बातचीत चल रही है। अफवाहों पर विश्वास न किया जाए। उन्होंने कहा कि फैसला आज हो या कल हो, आप लोगों को बताया जाएगा...अगले 48 से 72 घंटे के बीच कर्नाटक में नई कैबिनेट होगी। सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि हार से बौखलाई भाजपा अफवाहें फैला रही है।
 
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी 6.5 करोड़ कर्नाटकवासियों के हित में काम करने और पांचों गारंटी लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है।’’
 
बाद में, उन्होंने ट्वीट कर कहा कि मैंने सभी कांग्रेस नेताओं को सलाह दी है कि वे नेतृत्व के मुद्दे पर बयान नहीं दें और बिना स्वीकृति के कोई बयान दिया गया तो उसे अनुशासनहीनता माना जाएगा तथा उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस 48 से 72 घंटे के बीच कर्नाटक को नई सरकार देगी।
 
उनका कहना था कि सरकार गठन के बाद कैबिनेट की पहली बैठक में पांचों ‘गारंटी’ पर अमल शुरू हो जाएगा।
 
इससे पहले, पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार ने बुधवार को राहुल गांधी से अलग-अलग मुलाकात की।
 
नेताओं की अलग-अलग चर्चा : कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी के आवास 10 जनपथ पर राहुल गांधी से दोनों नेताओं की मुलाकात को मुख्यमंत्री पद के लिए सहमति बनाने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है। सिद्धरमैया ने करीब आधा घंटे तक राहुल गांधी के साथ चर्चा की तो शिवकुमार ने उनसे एक घंटे से अधिक देर तक बातचीत की।
 
राहुल गांधी से मुलाकात के बाद शिवकुमार ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर जाकर उनसे मुलाकात की। बाद में, शिवकुमार ने सुरजेवाला से चर्चा की।
 
सिद्धरमैया और शिवकुमार दोनों ही राज्य के मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदार हैं, हालांकि सिद्धरमैया को इस दौड़ में सबसे आगे माना जा रहा है।
 
कर्नाटक का अगला मुख्यमंत्री चुनने के लिए कांग्रेस में मंगलवार को भी गहन मंथन जारी रहा और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पहले राहुल गांधी के साथ चर्चा की तथा फिर पद के प्रबल दावेदार माने जा रहे दोनों नेताओं-सिद्धरमैया और डीके शिवकुमार से मुलाकात की थी।
 
खरगे ने सोमवार को भी पार्टी के तीनों पर्यवेक्षकों और वरिष्ठ नेताओं के साथ विस्तृत चर्चा की थी। पर्यवेक्षकों ने नवनिर्वाचित विधायकों की राय के आधार पर उन्हें अपनी रिपोर्ट भी सौंपी थी।
 
इस बीच, कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष जी परमेश्वर ने वस्तुत: अपनी दावेदारी पेश करते हुए कहा कि अगर पार्टी आलाकमान उन्हें मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी देता है तो वह इसे संभालने के लिए तैयार हैं।
 
कांग्रेस विधायक दल की गत रविवार शाम बेंगलुरु के एक निजी होटल में हुई बैठक में सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित कर पार्टी अध्यक्ष खरगे को विधायक दल का नेता चुनने का अधिकार दिया गया, जो कर्नाटक का अगला मुख्यमंत्री बनेगा। एजेंसियां Edited By : Sudhir Sharma

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

प्रियंका गांधी ने वायनाड सीट पर तोड़ा भाई राहुल गांधी का रिकॉर्ड, 4.1 लाख मतों के अंतर से जीत

election results : अब उद्धव ठाकरे की राजनीति का क्या होगा, क्या है बड़ी चुनौती

एकनाथ शिंदे ने CM पद के लिए ठोंका दावा, लाडकी बहीण योजना को बताया जीत का मास्टर स्ट्रोक

Sharad Pawar : महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों से राजनीतिक विरासत के अस्तित्व पर सवाल?

UP : दुनिया के सामने उजागर हुआ BJP का हथकंडा, करारी हार के बाद बोले अखिलेश, चुनाव को बनाया भ्रष्टाचार का पर्याय

सभी देखें

नवीनतम

राजस्थान सरकार में हुआ विभागों का बंटवारा, जानिए किसे क्‍या मिला?

छत्तीसगढ़ में मंत्रियों को मिले विभाग, मध्य प्रदेश में अभी भी इंतजार

मोहन के मंत्री तय, 18 कैबिनेट, 6 स्वतंत्र प्रभार, 4 राज्य मंत्रियों ने ली शपथ

मिलान से मेवात आईं, अशोक गहलोत के मंत्री को दी पटखनी, कौन हैं नौक्षम चौधरी?

राजस्थान के नए मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा किस दिन लेंगे शपथ? तारीख आ गई सामने

अगला लेख