वर्किंग वुमन कैसे रखें करवा चौथ का व्रत? जानिए 8 टिप्स

अनिरुद्ध जोशी
शनिवार, 12 अक्टूबर 2019 (12:43 IST)
करवा चौथ का व्रत बहुत ही कठिन होता है क्योंकि इसमें अन्न और जल ग्रहण तब तक नहीं किया जा सकता जब तक की रात को चांद के दर्शन ना हो जाए। मौसम के कारण कभी-कभी चांद बहुत देर से दिखाई देता है तो कभी बादल घने होने के कारण दिखाई ही नहीं देता हैं। ऐसे में महिलाएं दूसरे दिन व्रत खोलती हैं।
 
इस कठिनाइयों के चलते कामकाजी महिलाओं के लिए तो यह व्रत बहुत ही कठिन हो जाता है, क्योंकि घर पर रहकर भूखे रहने में इतनी एनर्जी वेस्ट नहीं होती जितनी की ऑफिस में कार्य करते हुए होती है। ऐसे में सवाल उठता है कि ऐसे महिलाएं जिन्हें ऑफिस जाना जरूरी है वे कैसे करवाचौथ का व्रत आसानी से रख सकती हैं? इसके लिए यहां कुछ टिप्स दी जा रही है।
 
1.सबसे पहली बात यह कि कामकाजी महिलाएं सरगी अच्‍छे से खाएं। सास द्वारा दी गई सरगी में काजू, बादाम, किशमिश, अंगूर, नारियल के अलावा ऐसे व्यंजन होते हैं जो आपके शरीर में जल की मात्रा को शाम तक बनाए रखते हैं। सरगी तड़के खाई जाती है।
 
2.यदि आप ऑफिस में बहुत सारी चूड़ियां पहनकर नहीं जा सकतीं, तो दो-चार-छह इस तरह के सम सख्या में चूड़ियां पहनकर जा सकती हैं। ऑफिस आते-जाते वक्त धूल और धूप से बचें।
 
3.ऑफिस में अनावश्‍यक इधर-उधर घुमें नहीं बल्कि लंच समय में आराम करें। आप जितनी एनर्जी बचाएंगी उतना बेहतर होगा। आज के दिन ज्यादा काम न करें, क्योंकि यह बात आपके बॉस भी अच्छे से समझते होंगे।
 
4.आप भूख के बारे में न सोचते हुए अपना ध्यान शाम की तैयारी पर लगएं कि कैसे मेकअप करेंगे और कैसे अन्य महिलाओं के साथ मिलकर पूजा आदि करेंगी। उपवास से ध्यान हटाने के लिए म्यूजिक सुनते हुए कार्य कर सकती हैं।
 
5.एक साफ बोटल में सास के दिए हुए करवे का थोड़ा बहुत पानी ऑफिस में ले जाएं। साथ ही अनाज वाले करवे में से थोड़ा-सा साबूत अनाज और सास के बायने के शगुन का पैसा भी ले जाएं। 
 
6.जब भी ऑफिर में समय मिले तो तो कथा पढ़ें या सुने। जिस समय आप कथा पढ़ या सुन रही हों, उस समय अनाज और पानी अपने पास रखें।
 
7.कथा पढ़ने या सुनते समय सामने एक प्लेट रख लें और हुंकारा भरते हुए अनाज का एक-एक दाना उस प्लेट में रखते जाएं।
 
8.ऑफिस से लौटकर करवे में वो पानी डाल दें, जिसे आप ऑफिस ले गई थीं और साबूत अनाज को अर्घ्य देने के लिए रख लें। शाम को उसी पानी और साबूत अनाज से चंद्रमा को अर्घ्य दें। अर्घ्य देते समय चांदी का लोटा, सिक्का या अंगूठी हाथ में जरूर रखें।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

क्या कर्मों का फल इसी जन्म में मिलता है या अगले जन्म में?

वैशाख अमावस्या का पौराणिक महत्व क्या है?

शनि अपनी मूल त्रिकोण राशि में होंगे वक्री, इन राशियों की चमक जाएगी किस्मत

Akshaya Tritiya 2024: अक्षय तृतीया से शुरू होंगे इन 4 राशियों के शुभ दिन, चमक जाएगा भाग्य

Lok Sabha Elections 2024: चुनाव में वोट देकर सुधारें अपने ग्रह नक्षत्रों को, जानें मतदान देने का तरीका

धरती पर कब आएगा सौर तूफान, हो सकते हैं 10 बड़े भयानक नुकसान

घर के पूजा घर में सुबह और शाम को कितने बजे तक दीया जलाना चाहिए?

Astrology : एक पर एक पैर चढ़ा कर बैठना चाहिए या नहीं?

100 साल के बाद शश और गजकेसरी योग, 3 राशियों के लिए राजयोग की शुरुआत

Varuthini ekadashi 2024: वरुथिनी व्रत का क्या होता है अर्थ और क्या है महत्व

अगला लेख