Khelo India: मध्यप्रदेश के खिलाड़ियों ने केनो सलालम के दोनों इवेंट के स्वर्ण पदक जीते

Webdunia
मंगलवार, 7 फ़रवरी 2023 (14:32 IST)
खरगोन: मध्य प्रदेश के पैडलर्स ने आज खरगोन जिले के महेश्वर स्थित सहस्त्रधारा में आयोजित ‘खेलो इंडिया’ के अंतर्गत के जोरदार कौशल का प्रदर्शन करते हुए केनो सलालम प्रतियोगिता के दोनों इवेंट्स के स्वर्ण पदक जीत लिए हैं।
 
आधिकारिक जानकारी के अनुसार सी वन इवेंट में भोपाल की मानसी बाथम और के वन इवेंट में इंदौर के प्रद्युम्न सिंह राठौर ने स्वर्ण पदक जीत लिये।आज कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा और पुलिस अधीक्षक डीएस यादव ने महेश्वर के सहस्त्रधारा में खेलो इंडिया यूथ गेम्स के अंतर्गत आयोजित दो दिवसीय केनो सलालम प्रतियोगिता का उद्घाटन किया।
 
मध्यप्रदेश के प्रद्युम्न सिंह राठौर ने के वन इवेंट के पुरुष वर्ग (अंडर 18) का खिताब 76. 850 सेकंड का समय लेकर जीता जबकि मेघालय के प्योंगसेग कुरबाह (98.310) और गुजरात के अनक चौहान (104.030) क्रमशः ने रजत व कांस्य पदक जीता।
 
इसी तरह कैनो सलालोम महिला वर्ग अंडर-18 की सी वन प्रतियोगिता मध्यप्रदेश के भोपाल की मानसी बाथम ने 128.596 सेकंड में पूरी कर स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया। इस वर्ग में हरियाणा की प्रीति पाल (491.172) और कर्नाटक की धृति मारिया (559.120) ने क्रमशः रजत व कांस्य पदक जीते। मानसी ने तेज धारा में 360 डिग्री टर्न और एस्किमो रोल स्ट्रोक लगाकर दर्शकों को रोमांचित कर दिया।
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#ExpertSpeak: Kayaking, Canoeing & Slalom

Technical Officials express their take on water sports being held for the 1st time in #KheloIndia Youth Games

Thanks to Co-powered Sponsor @DreamSportsHQ for sharing the vision of taking this Olympic sport to new-level@yashodhararaje pic.twitter.com/S4d6d4C7L8

— Khelo India (@kheloindia) February 6, 2023 >
पुरुष वर्ग में स्वर्ण पदक विजेता प्रद्युम्न ने बताया कि वह 4 साल से कैनो सलालम खेल रहे हैं, वह एक बढ़िया तैराक भी है। उन्होंने कहा कि महेश्वर स्थित सहस्त्रधारा का यह प्राकृतिक ट्रैक विश्व स्तरीय सुविधा से युक्त हो जाने से भारतीय पैडलर्स के लिए बेहद फायदेमंद सिद्ध होगा। वे तीन विश्वकप और दो एशियन चैंपियनशिप में भी हिस्सा ले चुके हैं। उन्हें ईरान में आयोजित एशियन चैंपियनशिप में ‘यंगेस्ट प्लेयर ऑफ द कॉन्टिनेंट’ का अवार्ड मिला था।
 
महिला वर्ग में स्वर्ण पदक विजेता मानसी ने बताया कि 11 वर्ष की आयु में उनके पिता के निधन के उपरांत वह अपने भाई के साथ मछली पकड़ने का काम करने लगी थी। इसके बाद मध्यप्रदेश खेल एकेडमी के ट्रायल में उसका चयन हो गया जिससे उसे मछली पकड़ने के काम से निजात मिली।
 
मानसी ने बताया कि वह प्रति दिन 2 घंटे की प्रैक्टिस के दौरान खेल के तकनीकी पहलुओं पर भी ध्यान केंद्रित करती है।खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने प्रतियोगिता के बाद केनो सलालम के ट्रैक पर पहुंचकर इसके तकनीकी पहलुओं के बारे में जानकारी ली। उन्होंने चर्चा में बताया कि मध्यप्रदेश शासन द्वारा 2006-7 से महेश्वर में प्रयास किए जा रहे थे।
 
उन्होंने प्राकृतिक ट्रैक पर बोट पार्किंग के लिए हॉल विकसित करने के निर्देश दिए हैं ताकि खिलाड़ियों को महेश्वर से बोट लेकर न आना पड़े और पत्थरों से न गुजरना पड़े। उन्होंने नेशनल फेडरेशन के अध्यक्ष प्रशांत कुशवाहा को निर्देश दिए कि वह इस ट्रैक पर अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को आमंत्रित कर प्रतियोगिताएं आयोजित करें।
खेल मंत्री ने महिला वर्ग की विजेताओं को पदक प्रदान किए जबकि क्षेत्रीय विधायक विजयलक्ष्मी साधो ने पुरुष वर्ग के विजेताओं को पदक प्रदान किए। इसी दौरान होलकर वंश के रिचर्ड होलकर ने खिलाड़ियों को खेलो इंडिया 2022 का प्रतीकात्मक मस्कट आशा भी भेंट किया।(एजेंसी)

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