गुरु पूर्णिमा पर हाइकु रचना...

सुशील कुमार शर्मा
हाइकु 100
 
गुरु की कृपा
अनंत आशीर्वाद
जीवन धन।
 
गुरु का ज्ञान
अनमोल संपत्ति
कभी न घटे।
 
गुरु का मान
जीवन से अमूल्य
शिष्य का धर्म।
 
जीवन ज्योति
गुरु से प्रकाशित
चमके सदा।
 
तमस दूर
जगमग जीवन
गुरु की कृपा।
 
शिष्य की शान
गुरुवर महान
ब्रह्म समान
 
गुरु वरण
तेजोमय संस्कार
आत्म प्रदीप्त।
 
गुरु शरण
आत्मोन्नति चरित्र
ऊंचा व्यक्तित्व।
 
शिष्य संस्कार
मूलाधार है गुरु
पुण्य उदय।
 
गुरु का स्पर्श
चरित्र उत्कृष्टता
शिष्य समग्र।
 
प्रखर बुद्धि
गुरु मार्गदर्शन
जिज्ञासा शांत।
 
गुरु संयुक्त
सा विद्या या विमुक्त
अहम रिक्त।
Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

पीसफुल लाइफ जीना चाहते हैं तो दिमाग को शांत रखने से करें शुरुआत, रोज अपनाएं ये 6 सबसे इजी आदतें

हवाई जहाज के इंजन में क्यों डाला जाता है जिंदा मुर्गा? जानिए क्या होता है चिकन गन टेस्ट

स्टडी : नाइट शिफ्ट में काम करने वाली महिलाओं को अस्थमा का खतरा ज्यादा, जानिए 5 कारण

हार्ट हेल्थ से जुड़े ये 5 आम मिथक अभी जान लें, वरना पछताएंगे

बारिश के मौसम में मच्छरों से होने वाली बीमारियों से कैसे बचें? जानिए 5 जरूरी टिप्स

सभी देखें

नवीनतम

दिल की बीमारी से बचाव के लिए जरूरी हैं ये 6 एक्सरसाइज, जानिए कैसे रखें अपना दिल तंदुरुस्त

गोलाकार ही क्यों होती हैं Airplane की खिड़कियां? दिलचस्प है इसका साइंस

इन 7 लोगों को नहीं खाना चाहिए अचार, जानिए कारण

हिन्दी कविता : योग, जीवन का संगीत

योग को लोक से जोड़ने का श्रेय गुरु गोरखनाथ को

अगला लेख