हिन्दी भाषा पर कविता : हिन्दी मेरी भाषा है...

शम्भू नाथ
हिन्दी मेरी भाषा है,
हिन्दी मेरी आशा है। 

हिन्दी का उत्थान करना,
यही मेरी जिज्ञासा है। 
 
हिन्दी की बोली अनमोल, 
एक शब्द के कई विलोम। 
हिन्दी हिन्द हिमालय पर शोभित,
हर्षित होते बोल के सोम। 
 
मीठी बोली अद्भुत बाणी संग, 
बढ़ती प्रेम पिपासा है। 
हिन्दी का उत्थान करना,
यही मेरी जिज्ञासा है।
 
हिन्दी में सब काम करेंगे,
हिन्दी का ही नाम करेंगे। 
हिन्दी सत्य वचन की देवी,
पथ-प्रदर्शक हम बनेंगे। 
 
जग-मग ज्योति जले हिन्दी की,
यही कलम का ढांचा है। 
 
Show comments

गर्मियों में इन 10 बीमारियों का खतरा रहता है सबसे ज्यादा, जानें कैसे करें बचाव

गर्मियों में भेज रहे हैं बच्चे को स्कूल तो न करें ये 10 गलतियां

सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है आंवला और शहद, जानें 7 फायदे

ग्लोइंग स्किन के लिए चेहरे पर लगाएं चंदन और मुल्तानी मिट्टी का उबटन

थकान भरे दिन के बाद लगता है बुखार जैसा तो जानें इसके कारण और बचाव

गर्मियों में पीरियड्स के दौरान इन 5 हाइजीन टिप्स का रखें ध्यान

मेंटल हेल्थ को भी प्रभावित करती है आयरन की कमी, जानें इसके लक्षण

सिर्फ 10 रुपए में हटाएं आंखों के नीचे से डार्क सर्कल, जानें 5 आसान टिप्स

क्या है ASMR जिसे सुनते ही होता है शांत महसूस? जानें सेहत के लिए कैसे है फायदेमंद

Ramanujan :भारत के महान गणितज्ञ रामानुजन की 5 खास बातें

अगला लेख