हिन्दी भाषा पर कविता : हिन्दी मेरी भाषा है...

शम्भू नाथ
हिन्दी मेरी भाषा है,
हिन्दी मेरी आशा है। 

हिन्दी का उत्थान करना,
यही मेरी जिज्ञासा है। 
 
हिन्दी की बोली अनमोल, 
एक शब्द के कई विलोम। 
हिन्दी हिन्द हिमालय पर शोभित,
हर्षित होते बोल के सोम। 
 
मीठी बोली अद्भुत बाणी संग, 
बढ़ती प्रेम पिपासा है। 
हिन्दी का उत्थान करना,
यही मेरी जिज्ञासा है।
 
हिन्दी में सब काम करेंगे,
हिन्दी का ही नाम करेंगे। 
हिन्दी सत्य वचन की देवी,
पथ-प्रदर्शक हम बनेंगे। 
 
जग-मग ज्योति जले हिन्दी की,
यही कलम का ढांचा है। 
 
Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

रात में Wi Fi राउटर बंद करने से क्या होता है? क्या हेल्थ पर पड़ता है कोई असर?

चाणक्य की इन बातों से जानें जीने की कला, अगर सीख ली तो कदमों में होगी दुनिया

क्या महिलाओं को भी होता है स्वप्नदोष, क्या कहते हैं डॉक्टर्स?

1 मिनट से लेकर 1 घंटे तक चलने के हैरान कर देने वाले फायदे, जानिए हर मिनट के साथ आपके शरीर में क्या बदलता है?

ऑपरेशन सिंदूर की कर्नल सोफिया कुरैशी का रानी लक्ष्मीबाई से क्या है कनेक्शन

सभी देखें

नवीनतम

सोते समय म्यूजिक सुनना हो सकता है बेहद खतरनाक, जानिए इससे होने वाले 7 बड़े नुकसान

चाय कॉफी नहीं, रिफ्रेशिंग फील करने के लिए रोज सुबह करें ये 8 काम

क्या आपको भी चीजें याद नहीं रहतीं? हो सकता है ब्रेन फॉग, जानिए इलाज

टीवी एक्ट्रेस दीपिका कक्कड़ को हुआ लिवर ट्यूमर, जानिए कारण, लक्षण और बचाव के उपाय

नहीं कराना चाहते हैं हेअर ट्रांसप्लांट तो लेजर थेरेपी और पीआरपी भी हैं विकल्प, जानिए प्रक्रिया, खर्च और जरूरी सावधानियां

अगला लेख