दिवाली पर मजेदार कविता

Webdunia
- पुरुषोत्तम व्यास
 
आई उल्लास वाली दिवाली ...
 
धरा में तारों का होगा वास 
जग मग होगा सारा जग
फुलझडियां खुशियों की चमकेगी
 
आई दिवाली उल्लास वाली...
 
चेहरा हर दमक रहा
भूषण नव-नव संज रहे
रंगीन रंगोली आंगन-आंगन
 
आई दिवाली उल्लास वाली....
 
मौसम में ठंड-सा अहसास
उस गली से रॉकेट छूटा
पास ही फूटा सूतली बम
 
आई दिवाली उल्लास वाली....
 
डर रहा कोई पटाखों से
खा रहा कोई पकवान 
नयनों का काजल उजला
 
आई दिवाली उल्लास वाली...
 
याद उसकी आई आज
बूंद एक टपकी नयनों से
दीये के तले अंधकार पसरा
 
आई दिवाली उल्लास वाली...
 

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

रसोई की इन 7 चीजों में छुपा है आपका स्किन ब्राइटनिंग सीक्रेट, तुरंत जानें इनके बेहतरीन फायदे

Health Alert : कहीं सेहत के लिए हानिकारक तो नहीं है सहजन की फली?

सॉफ्ट आटा गूंथने के 4 सही तरीके, रोटियां बनेंगी फूली हुई और मुलायम

आपके घर के किचन में छुपा है आयल फ्री त्वचा का राज, जानिए ये होममेड क्लींजर बनाने का तरीका

ऑफिस में बनाना चाहते हैं बढ़िया इमेज तो भूलकर भी ना करें ये गलतियां

सभी देखें

नवीनतम

इस विंटर सीजन अपनी खूबसूरती को बरकरार रखने के लिए ये 10 ब्यूटी टिप्स जरूर करें फॉलो

एक हफ्ते में कम करना चाहते हैं वजन तो ये डिटॉक्स डाइट अपनाएं, तुरंत दिखेगा असर

बदलते मौसम में एलर्जी की समस्या से हैं परेशान? राहत के लिए अपनाएं ये 5 आयुर्वेदिक उपाय

ठंड के सीजन में फटने लगी है त्वचा? तो अपनाएं सबसे असरदार और नैचुरल उपाय

भारतीय लोगों पेट के आस-पास चर्बी क्यों जमा हो जाती है? जानें कारण और समाधान

अगला लेख