बाल कविता : जीवन देगा कौन भला

प्रभुदयाल श्रीवास्तव
पेड़ मिला था, पेड़ मिला।
मुझे राह में पेड़ मिला।


 
पत्ते सूखे-सूखे थे।
डालों के मन रूखे थे।
नहीं घोंसले कहीं रखे,
पंछी उस पर नहीं दिखे।
बोला तना सुबककर के,
मैं तो दुनिया छोड़ चला।
 
जड़ में सेंध लगाई थी।
विष की दवा पिलाई थी।
हींग रखी या मठा पड़ा,
नहीं किसी को पता लगा।
ऐसे कामों में लेकिन,
आगे है इंसान सदा।
 
पेड़ हमें वह देते हैं।
जिसको जीवन कहते हैं।
मिले ओसजन पेड़ों से,
छोटे-बड़े अधेड़ों से। 
अगर पेड़ न होंगे तो,
जीवन देगा कौन भला। 

 
Show comments

ग्लोइंग स्किन के लिए चेहरे पर लगाएं चंदन और मुल्तानी मिट्टी का उबटन

वर्ल्ड लाफ्टर डे पर पढ़ें विद्वानों के 10 अनमोल कथन

गर्मियों की शानदार रेसिपी: कैसे बनाएं कैरी का खट्‍टा-मीठा पना, जानें 5 सेहत फायदे

वर्कआउट करते समय क्यों पीते रहना चाहिए पानी? जानें इसके फायदे

सिर्फ स्वाद ही नहीं सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है खाने में तड़का, आयुर्वेद में भी जानें इसका महत्व

इन विटामिन की कमी के कारण होती है पिज़्ज़ा पास्ता खाने की क्रेविंग

The 90's: मन की बगिया महकाने वाला यादों का सुनहरा सफर

सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है नारियल की मलाई, ऐसे करें डाइट में शामिल

गर्मियों में ये 2 तरह के रायते आपको रखेंगे सेहतमंद, जानें विधि

क्या आपका बच्चा भी चूसता है अंगूठा तो हो सकती है ये 3 समस्याएं