new year poem : नए साल पर कविता

Webdunia
Poem New Year 2021
- शम्भूनाथ
 
यार तुम्हारी झोली में, खुशियों की बरसात हो
प्रेमपूर्वक दिन बीते और सुहानी रात हो
 
नए साल में ऐसा जीवन में प्रकाश हो 
प्रेमपूर्वक दिन बीते और सुहानी रात हो 
 
कर्म पथ पर चलते रहोगे बनता रहेगा काम
आत्म खुशी मिलती रहेगी बढ़ता रहेगा सम्मान 
 
चारों चरफ खुशियों का आलम, हंसता हुआ साम्राज्य हो 
प्रेमपूर्वक दिन बीते और सुहानी रात हो। 

ALSO READ: Essay on Happy New Year : न्यू ईयर पर हिन्दी में निबंध

ALSO READ: कविता : नए साल! तुम खुशियां लाना...

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

पापा सिर्फ शब्द नहीं, पूरी जिंदगी का सहारा हैं...फादर्स डे पर इमोशनल स्पीच

वॉकिंग या जॉगिंग करते समय ना करें ये 8 गलतियां, बन सकती हैं आपकी हेल्थ की सबसे बड़ी दुश्मन

मानसून में हार्ट पेशेंट्स की हेल्थ के लिए ये फूड्स हैं बेहद फायदेमंद, डाइट में तुरंत करें शामिल

फादर्स डे पर पापा को स्पेशल फील कराएं इन खूबसूरत विशेज, कोट्स और व्हाट्सएप मैसेज के साथ

क्या आपको भी ट्रैवल के दौरान होती है एंग्जायटी? अपनाएं ये टॉप टिप्स और दूर करें अपना हॉलिडे स्ट्रेस

सभी देखें

नवीनतम

सावधान! रोज की ये 5 आदतें डैमेज करती हैं आपका दिमाग

ऑफिस में थकान दूर करने वाले 8 हेल्दी स्नैक्स

राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त के 10 प्रेरणादायक विचार, जो जीवन को नई दिशा देते हैं

संबंधों का क्षरण: एक सामाजिक विमर्श

Heart touching पापा पर कविता हिंदी में

अगला लेख