बाल गीत : लपक लिए आम

प्रभुदयाल श्रीवास्तव
लपकी ने लपक लिए,
थैले से आम।
 
अम्मा से बोली है,
आठ आम लूंगी मैं।
भैया को, दीदी को,
एक नहीं दूंगी मैं।
जो भी हो फिर चाहे,
इसका अंजाम।
 
न जाने किसने कल,
बीस आम खाए थे।
अम्मा ने दिन में जो,
फ्रिज में रखवाए थे।
शक के घेरे में था,
मेरा भी नाम।
 
नाना के आमों के,
बागों में जाऊंगी।
आमों संग नाचूंगी,
आमों संग गाऊंगी।
गर्मी की छुट्टी बस,
आमों के नाम।
Show comments

सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है आंवला और शहद, जानें 7 फायदे

थकान भरे दिन के बाद लगता है बुखार जैसा तो जानें इसके कारण और बचाव

गर्मियों में करें ये 5 आसान एक्सरसाइज, तेजी से घटेगा वजन

वजन कम करने के लिए बहुत फायदेमंद है ब्राउन राइस, जानें 5 बेहतरीन फायदे

गर्मियों में पहनने के लिए बेहतरीन हैं ये 5 फैब्रिक, जानें इनके फायदे

फ़िरदौस ख़ान को मिला बेस्ट वालंटियर अवॉर्ड

01 मई: महाराष्ट्र एवं गुजरात स्थापना दिवस, जानें इस दिन के बारे में

चित्रकार और कहानीकार प्रभु जोशी के स्मृति दिवस पर लघुकथा पाठ

गर्मियों की शानदार रेसिपी: कैसे बनाएं कैरी का खट्‍टा-मीठा पना, जानें 5 सेहत फायदे

Labour Day 2024 : 1 मई को क्यों मनाया जाता है मजदूर दिवस?

अगला लेख