हिन्दी कविता : अपना पर्यावरण बचाएं

Webdunia
-  डॉ. घमण्डीलाल अग्रवाल


 
पेड़ हम एक लगाएं
अपना पर्यावरण बचाएं।
 
प्राणवायु मिलती पेड़ों से,
पेड़ों से ही मिले लकड़ियां।
पेड़ घनी छाया देते हैं, 
पेड़ प्रदान करें औषधियां।
 
नहीं जानते उन्हें बताएं,
पेड़ हरा सोना कहलाए।
पेड़ स्वयंपोषी होते हैं,
अपना भोजन स्वयं बनाते।
 
अन्य जीवधारी पेड़ों से, 
जीने की सामग्री पाते,
हम अपना कर्तव्य निभाएं, 
पेड़ों की संख्या फैलाएं।
 
पेड़ नहीं तो हम होंगे क्या?
कभी बैठ फुर्सत से सोचो।
पेड़ों को मत काटो ऐसे,
अपने बालों को मत नोचो।
 
पेड़ों से ही सब सुख पाएं,
पेड़ हमें जीना सिखलाएं।
 
बहुत प्रदूषण अब समाज में,
पेड़ इसे कम कर देते हैं।
औरों की खातिर मिट जाते,
हर अभाव को पी लेते हैं।
साभार - देवपुत्र 
Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

क्या होता है DNA टेस्ट, जिससे अहमदाबाद हादसे में होगी झुलसे शवों की पहचान, क्या आग लगने के बाद भी बचता है DNA?

क्या होता है फ्लाइट का DFDR? क्या इस बॉक्स में छुपा होता है हवाई हादसों का रहस्य

खाली पेट ये 6 फूड्स खाने से नेचुरली स्टेबल होगा आपका ब्लड शुगर लेवल

कैंसर से बचाते हैं ये 5 सबसे सस्ते फूड, रोज की डाइट में करें शामिल

विवाह करने के पहले कर लें ये 10 काम तो सुखी रहेगा वैवाहिक जीवन

सभी देखें

नवीनतम

स्टडी : नाइट शिफ्ट में काम करने वाली महिलाओं को अस्थमा का खतरा ज्यादा, जानिए 5 कारण

हार्ट हेल्थ से जुड़े ये 5 आम मिथक अभी जान लें, वरना पछताएंगे

बारिश के मौसम में मच्छरों से होने वाली बीमारियों से कैसे बचें? जानिए 5 जरूरी टिप्स

विश्व योग दिवस 2025: पढ़ें 15 पावरफुल स्लोगन, स्वस्थ रखने में साबित होंगे मददगार

वर्ष का सबसे लंबा दिन 21 जून को, जानें कारण और महत्व

अगला लेख