बाल कविता : थाली पापा वाली

प्रभुदयाल श्रीवास्तव
मिर्ची बहुत तेज सब्जी में, 
कैसे खाऊं खाना।
अम्मा तुम क्यों नहीं सीखती, 
खाना ठीक बनाना।


 
आता नहीं बनाना ढंग से, 
तो दादी से सीखो।
कितनी मिर्ची-नमक डालना, 
हर दिन उनसे पूछो।
 
अम्मा बोली बेटा मैंने, 
दादी से ही सीखा।
उनको तो अच्छा लगता है, 
खाना सादा फीका।
 
शायद गलती से दे दी है, 
थाली पापा वाली।
अभी बदल देती हूं बेटा, 
पापा वाली थाली।

ऐसी और खबरें तुरंत पाने के लिए वेबदुनिया को फेसबुक https://www.facebook.com/webduniahindi पर लाइक और 
ट्विटर https://twitter.com/WebduniaHindi पर फॉलो करें। 

 
Show comments

गर्मियों में इन 10 बीमारियों का खतरा रहता है सबसे ज्यादा, जानें कैसे करें बचाव

गर्मियों में भेज रहे हैं बच्चे को स्कूल तो न करें ये 10 गलतियां

सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है आंवला और शहद, जानें 7 फायदे

ग्लोइंग स्किन के लिए चेहरे पर लगाएं चंदन और मुल्तानी मिट्टी का उबटन

थकान भरे दिन के बाद लगता है बुखार जैसा तो जानें इसके कारण और बचाव

गर्मियों में पीरियड्स के दौरान इन 5 हाइजीन टिप्स का रखें ध्यान

मेंटल हेल्थ को भी प्रभावित करती है आयरन की कमी, जानें इसके लक्षण

सिर्फ 10 रुपए में हटाएं आंखों के नीचे से डार्क सर्कल, जानें 5 आसान टिप्स

क्या है ASMR जिसे सुनते ही होता है शांत महसूस? जानें सेहत के लिए कैसे है फायदेमंद

Ramanujan :भारत के महान गणितज्ञ रामानुजन की 5 खास बातें