बाल साहित्य : तोते की सीख‌

प्रभुदयाल श्रीवास्तव
सोमवार, 13 अक्टूबर 2014 (09:54 IST)
सुबह-सुबह जल्दी से उठकर,
तोता कहता नमस्कारजी।
 

 
छोड़ो आलस, बिस्तर त्यागो।
जागो रजनी, दीपक जागो।
सोने में अब नहीं सारजी।
तोता कहता नमस्कारजी।
 
नित्य क्रियाएं, झटपट करना।
कसरत, योग, ध्यान कुछ करना।
दिनचर्या में हो सुधारजी।
तोता कहता नमस्कारजी।
 
दिनभर खेल, पढ़ाई करना।
नियमित अनुशासन में रहना।
सबसे अच्छा हो व्यवहारजी।
तोता कहता नमस्कारजी।
 
नहीं लड़ाई, झगड़ा करना।
आपस में मिल-जुलकर रहना।
करना सबसे खूब प्यारजी
तोता कहता नमस्कारजी।
 
खूब पढ़ो, अफसर बन जाओ।
श्रम करना, धन खूब कमाओ।
इज्जत बंगला मिले कारजी।
तोता कहता नमस्कारजी।
Show comments

सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है आंवला और शहद, जानें 7 फायदे

थकान भरे दिन के बाद लगता है बुखार जैसा तो जानें इसके कारण और बचाव

गर्मियों में करें ये 5 आसान एक्सरसाइज, तेजी से घटेगा वजन

वजन कम करने के लिए बहुत फायदेमंद है ब्राउन राइस, जानें 5 बेहतरीन फायदे

गर्मियों में पहनने के लिए बेहतरीन हैं ये 5 फैब्रिक, जानें इनके फायदे

फ़िरदौस ख़ान को मिला बेस्ट वालंटियर अवॉर्ड

01 मई: महाराष्ट्र एवं गुजरात स्थापना दिवस, जानें इस दिन के बारे में

चित्रकार और कहानीकार प्रभु जोशी के स्मृति दिवस पर लघुकथा पाठ

गर्मियों की शानदार रेसिपी: कैसे बनाएं कैरी का खट्‍टा-मीठा पना, जानें 5 सेहत फायदे

Labour Day 2024 : 1 मई को क्यों मनाया जाता है मजदूर दिवस?