29 सितंबर 2020 को शनि हो रहे हैं मार्गी, जानिए बचने के 17 उपाय

अनिरुद्ध जोशी
24 जनवरी को शनि ने धनु से मकर राशि में गोचर किया था। फिर 11 मई को ही वे वक्री हुए और अब 29 सितंबर 2020 को वे पुन: मार्गी होंगे। ऐसे में लाल किताब के अनुसार इसे बचने के उपाय जानिए।
 
 
ज्योतिष शास्त्र में शनि के राशि परिवर्तन को एक बड़ी घटना माना गया है। शनि हर 30 साल में अपने राशि चक्र को पूरा करता है। इसके अनुसार शनि हर ढाई साल में एक राशि से दूसरी राशि में गोचर करता है। 24 शनि ने मकर राशि में प्रवेश किया था जिसके चलते कन्या और वृषभ राशि से हटकर मिथुन और तुला राशि पर ढैय्या प्रारंभ हो गई थी। शनि के इस राशि परिवर्तन से कुंभ राशि वालों पर शनि साढ़े साती का पहला चरण शुरू हो गया था।
 
फिर 11 मई से 29 सितंबर तक शनि ने मकर राशि में ही रहकर वक्री अवस्था में गोचर किया। शनि अब पूरे 142 दिन बाद यानी 29 सितंबर को सुबह 10 बजकर 45 मिनट पर वक्री से मार्गी हो रहे हैं।
 
24 जनवरी को मकर राशि पर राहु के साथ शनि की स्थिति से अशुभ फलदायी ‘षडाष्टक योग’ बना था जो अब समाप्त हो रहा है। इसी वर्ष शनि 27 दिसम्बर 2020 को अस्त भी हो जाएंगे, जिससे शनि के प्रभाव कम हो जाएंगे। धनु और मकर राशि में पहले से ही शनि की साढ़े साती का प्रभाव चल रहा था वह भी समाप्त हो जाएगा।
 
 
लाल किताब खाना नम्बर 10 को शनि का पक्का घर मानता है। शनि देव कर्म के अधिपति होने से इस घर के अधिकारी है। टेवे में दूसरे, तीसरे, सातवें और बारहवें खाने में शनि श्रेष्ठ होते हैं। शनि का मंदा घर एक, चार, पांच एवं छठा होता है। बुध, शुक्र एवं राहु के साथ शनि मित्रवत व्यवहार करते हैं। इनकी शत्रुता सूर्य, चन्द्र एवं मंगल से रहती है। केतु एवं बृहस्पति के साथ शनि समभाव रखते हैं। मेष राशि में ये नीच होते हैं जबकि तुला राशि में उच्च। शनिदेव शनिवार के अधिकारी होते हैं।
 
 
शनि के बुरे प्रभाव से बचने के लिए करें ये उपाय:-
1. कारोबार में लाभ हेतु काला सुरमा भूमि में दबाना चाहिए।
2. रोटी में सरसों तेल लगाकर कुत्ते को खिलाना चाहिए।
3. शनिवार के दिन शनि मंदिर में छाया दान करना चाहिए।
4. तिल, उड़द, लोहा, तेल, काला वस्त्र और जूता दान देना चाहिए।
5. आचारण को शुद्ध रखें एवं मांस मदिरा से परहेज रखें।
6. जुआ सट्टा न खेंले, ब्याज का धंधा न करें।
7. पति या पत्नी के प्रति वफादार बनकर रहें।
8. प्रतिदिन हनुमान चालीसा पढ़ें 
9. दांत साफ रखें।
10.हमेशा सिर ढक कर ही मंदिर जाएं।
11. झूठी गवाही से बचें।
12. पिता और पुत्र का कभी अनादर ना करें।
13. नास्तिक और नास्तिकता के विचारों से दूर रहें।
14. भैरव बाबा को शराब चढ़ाएं।
15. कौवे और कुत्ते को प्रतिदिन रोटी खिलाएं।
16. अंधे, अपंगों, सेवकों और सफाइकर्मियों को खुश रखें और उन्हें दान दें।
17. शहद का सेवन करें, शहद में काले तिल मिलाकर मंदिर में दान करें या शहद को घर में हमेशा रखें।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

ज़रूर पढ़ें

ज्योतिष की नजर में क्यों है 2025 सबसे खतरनाक वर्ष?

Indian Calendar 2025 : जानें 2025 का वार्षिक कैलेंडर

Vivah muhurat 2025: साल 2025 में कब हो सकती है शादियां? जानिए विवाह के शुभ मुहूर्त

रावण का भाई कुंभकरण क्या सच में एक इंजीनियर था?

शुक्र का धन राशि में गोचर, 4 राशियों को होगा धनलाभ

सभी देखें

नवीनतम

Aaj Ka Rashifal: आज क्‍या कहते हैं आपके तारे? जानें 22 नवंबर का दैनिक राशिफल

22 नवंबर 2024 : आपका जन्मदिन

22 नवंबर 2024, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त

Kanya Rashi Varshik rashifal 2025 in hindi: कन्या राशि 2025 राशिफल: कैसा रहेगा नया साल, जानिए भविष्‍यफल और अचूक उपाय

विवाह में आ रही अड़चन, तो आज ही धारण करें ये शुभ रत्न, चट मंगनी पट ब्याह के बनेंगे योग

अगला लेख