लाल किताब में गुड़ खाने का क्यों बोला जाता है?

अनिरुद्ध जोशी
भारतीय परंपरा में गन्ना और गुड़ का बहुत प्रचलन है। यह सेहत के साथ ही ज्योतिष उपाय में भी उपयोग किया जाता है। गुड़ और घी को मिलाकर उपले पर उसकी धूप देने से गृहकलाह और ग्रहदोष समाप्त हो जाते हैं। आओ जानते हैं कि लाल किताब में गुड़ खाने का क्यों बोला जाता है। 
 
 
1. लाल किताब के अनुसार गुड़ और गेहूं सूर्य ग्रह की कारक वस्तु है।
 
2. पत्रिका में यदि सूर्य कमजोर है तो गुड़ खाकर जल पीकर ही कोई कार्य प्रारंभ करें। 
 
3. बहते पानी में गुड़ बहाने से भी सूर्य के दोष दूर होते हैं।
 
4. 800 ग्राम गेंहू व 800 ग्राम गुड़ रविवार से 8 दिन तक मंदिर में भेंट करें। 
 
5. सूर्य द्वादश भाव में हो तो बंदरों को गुड़ खिलाएं।
 
6. देशी गुड़ घर में रखें और समय समय पर उसे थोड़ा थोड़ा खाते रहेंगे तो सूर्य बलवान होगा।
 
7. किसी भी प्रकार का भय हो तो तांबे के बर्तन में गुड़ रखकर हनुमानजी के मंदिर में दान दें और वहीं बैठकर धूप-दीप जलाकर हनुमान चालीसा का पाठ करें। ऐसा कुछ मंगलवार और शनिवार को करें। 
 
8. हनुमानजी को गुड़ और चने का प्रसाद चढ़ाने से उनकी कृपा बनी रहती है।
 
9. भोजन में गुड़ का प्रयोग करने से सेहत लाभ मिलता है और थोड़ा थोड़ा गुड़ खाते रहने से धन की आवक भी बढ़ती है।
 
10. मंगलवार को सवा किलो गुड़ जमीन में दबाने से भाई बहन में समझौता हो जाता है।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

ज़रूर पढ़ें

चैत्र नवरात्रि 2025 की अष्टमी तिथि कब रहेगी, क्या रहेगा पूजा का शुभ मुहूर्त?

पर्स में रखें ये 5 चीजें, कभी नहीं होगी धन की कमी बरसेगी मां लक्ष्मी की कृपा

बुध ग्रह मीन राशि में अस्त, 3 राशियां रहेंगी मस्त

बुध हुए मीन राशि पर अस्त, जानें 5 राशियों पर क्या होगा असर

क्यों खास होता है गुड़ी पड़वा का पर्व? जानिए इससे जुड़े रोचक तथ्य

सभी देखें

नवीनतम

21 मार्च 2025 : आपका जन्मदिन

21 मार्च 2025, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त

Lal Kitab Astrology Tips: टेंशन दूर करना हो तो रात को तकिए के पास एक चीज रखकर सोएं

सूर्य ग्रहण वाले दिन शनि ग्रह जाने वाले हैं मीन राशि में, 6 राशियों के जीवन में होगा कुछ बड़ा बदलाव

Weekly Muhurat: मार्च 2025 के नए सप्ताह के शुभ मुहूर्त, जानें व्रत-त्योहार एवं ग्रह गोचर

अगला लेख