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Lal Kitab Meen Rashifal 2026: मीन राशि (Pisces)- शनि और राहु कुछ नहीं कर पाएंगे, क्योंकि चतुर्थ का बृहस्पति देगा सभी को मात

अनिरुद्ध जोशी
बुधवार, 26 नवंबर 2025 (15:44 IST)
Lal Kitab Rashifal 2026: वर्ष 2026 में मीन राशि वाले यदि प्रथम भाव के शनि और बारहवें भाव के राहु से बचकर रहते हैं तो फिर चतुर्थ और सप्तम भाव का बृहस्पति और छठे भाव का केतु आपको मालामाल कर सकता है लेकिन शर्त यह है कि आपको शनि और राहु के मंदे कार्यों से दूर रहना होगा और उनके उपाय करना होंगे। चलिए अब जानते हैं मीन राशि का वार्षिक भविष्यफल विस्तार से।
 
मीन राशि वर्ष 2026 में मुख्य 4 ग्रहों की गोचर स्थिति (2026):-
1. बृहस्पति गोचर: वर्ष 2026 में बृहस्पति ग्रह आपकी कुंडली के चौथे भाव में मई तक रहेंगे। इसके बाद वे जून में पांचवें भाव में गोचर करेंगे। फिर अक्टूबर में छठे भाव में बृहस्पति का गोचर होगा। चतुर्थ भाव का बृहस्पति लाल किताब के अनुसार उच्च का होता है। यह घर परिवार में सुख, शांति और समृद्धि बढ़ाएगा। इसके बाद पंचम भाव का बृहस्पति शिक्षा, नौकरी, संतान और प्रेम संबंधों में सकारात्मक परिणाम देगा। आय में बढ़ोतरी के साथ-साथ आर्थिक रूप से मजबूत भी करेगा। भाग्य का भी साथ मिलेगा। फिर छठे भाव का बृहस्पति रोग, शत्रु और कर्ज को लेकर मिलाजुला असर देगा। यह अनावश्यक खर्च करवा सकता है। हालांकि धन प्राप्ति और बचत के नए अवसर भी सामने आएंगे और नौकरी में भी लाभ होगा।
 
2. शनि गोचर: शनिदेव पूरे साल आपकी कुंडली के लग्न भाव में स्थित रहेंगे। शनि की यह स्थिति आपको कड़वे वचन कहने वाला, जिद्दी और क्रोधी बना सकती है, जिससे रिश्तों में कटुता आ सकती है। व्यापार और निजी जीवन में कुछ चुनौतियां सामने आ सकती हैं लेकिन लग्न का शनि आपको करियर में लाभ दे सकता है। हालांकि यह शनि सप्तम भाव पर दृष्टि डालकर दांपत्य जीवन और साझेदारी के कारोबार, तीसरे भाव पर दृष्टि डालकर भाई-बहनों से संबंधों को लेकर और दशम भाव पर दृष्टि डालकर कर्म क्षेत्र को प्रभावित कर सकता है।
 
3. राहु गोचर: छाया ग्रह राहु आपकी कुंडली के बारहवें भाव में स्थित रहेंगे। यह स्थिति आपको विदेश यात्रा या विदेश से जुड़े अवसरों का लाभ दिला सकती है, लेकिन यहां स्थित राहु पारिवारिक माहौल को खराब करके आपको मानसिक रूप से अशांत कर सकता है। आपको सतर्क रहना है अन्यथा किसी मामले में बदनामी हो सकती है या कोर्ट कचहरी के चक्कर लगाना पड़ सकते हैं। कागजात को पढ़कर ही साइन करें। हालांकि यह गोचर निवेश के लिहाज से फायदेमंद साबित हो सकता है। 
 
4. केतु: छाया ग्रह केतु छठे भाव में रहेगा। यहां स्थित केतु आपको निरोगी बनाएगा, शत्रुओं को परास्त करेगा और कर्ज से मुक्ति दिलाने का भरपूर प्रयास करेगा लेकिन शर्त यह है कि आप धर्म परायण बने रहें। लेकिन यदि केतु अशुभ हो रहा है तो यह आपको झगड़ालू बनाएगा, गुप्तांग, घुटने, पैर, दांत अथवा होंठों से संबंधित कोई रोग दे सकता है। ननिहाल पक्ष से आपको कुछ हानि हो सकती है। अप्रत्यक्ष बाधाओं से कष्ट मिल सकता है। फिर भी आप विभिन्न प्रतिस्पर्धात्मक परीक्षा और विवादों में सफल होंगे।
 
लेख के अंत में: जरूर पढ़ें लाल किताब का सबसे खास उपाय जो आपका जीवन बदल सकता है।
 
मीन राशि करियर और व्यवसाय: Pisces Lal kitab job and business 2026
1. नौकरी: वर्ष के आरंभ (जून तक) में चतुर्थ भाव का गुरु घर से काम करने या आरामदायक स्थिति में लाभ देगा। नौकरी में उन्नति प्रदान करेगा। पंचम भाव का गुरु (जून से अक्टूबर) नौकरीपेशा लोगों के लिए सकारात्मक परिणाम लाएगा, आपकी बुद्धि और रचनात्मकता सराही जाएगी। षष्ठ भाव का गुरु (अक्टूबर के बाद) नौकरी में लाभ देगा, लेकिन काम का दबाव बढ़ सकता है।
 
2. व्यवसाय: लग्न में स्थित शनि आपको व्यापार में नई चुनौतियां देगा, लेकिन सप्तम भाव पर उसकी दृष्टि आपको गंभीर और मेहनती बनाएगी। चुनौतियां सामने आ सकती हैं, पर शनि कर्म का कारक है, इसलिए मेहनत करने पर लाभ अवश्य मिलेगा। बारहवें भाव में राहु की उपस्थिति विदेश से जुड़े व्यापार या अवसरों में लाभ दिला सकती है।
 
3 शत्रु: छठे भाव का केतु शत्रुओं को परास्त करेगा। हालांकि सबसे बड़ी समस्या यह है कि आपका व्यवार ही आपका शत्रु बन सकता है। 
 
4. चुनौती: आपको बारहवें भाव के राहु और प्रथम भाव के शनि से चुनौती का सामना करना पड़ेगा। बेहतर होगा कि आप इस भाव के उपाय करें। चुनौती सिर्फ दांपत्य जीवन को लेकर हो सकती है।
 
मीन राशि लाल किताब आर्थिक स्थिति और धन: Pisces Lal kitab financial status 2026
1. आय का स्रोत: पंचम भाव का बृहस्पति (जून से अक्टूबर) आय में बढ़ोतरी करेगा और आपको आर्थिक रूप से मजबूत बनाएगा। भाग्य का भी साथ मिलेगा। छठे भाव का बृहस्पति (अक्टूबर के बाद) अनावश्यक खर्च करवा सकता है। बारहवें भाव में राहु की उपस्थिति भी व्यय को बढ़ाएगी, खासकर विदेश या स्वास्थ्य से जुड़े मामलों पर।
 
2. निवेश: राहु बारहवें भाव में होते हुए भी निवेश के लिहाज से फायदेमंद साबित हो सकता है, विशेषकर उन क्षेत्रों में जो गुप्त या दूरस्थ प्रकृति के हों। लेकिन अत्यधिक सोच-विचार के बाद ही निवेश करें। हमारी सलाह है कि भूमि या चांदी खरीद लें।
 
3. सावधानी: लाल किताब चेतावनी देती है कि यदि आप विवेकहीनता, छल-कपट, पापपूर्ण विचारों, प्रपंच और नीचकर्म जैसे आचरण में रहे तो फिर संपूर्ण वर्ष संघर्ष में रहेगा।
 
मीन राशि प्रेम संबंध, संतान और पारिवारिक जीवन: Pisces Lal kitab Love and Family Relationships 2026
1. पारिवारिक सुख: चतुर्थ भाव का बृहस्पति (मई तक) घर-परिवार में सुख, शांति और समृद्धि बढ़ाएगा। शनि की लग्न स्थिति आपको कड़वे वचन कहने वाला, जिद्दी और क्रोधी बना सकती है, जिससे कभी-कभी रिश्तों, विशेषकर भाई-बहनों (तृतीय दृष्टि) और माता के साथ, कटुता आ सकती है। बारहवें भाव का राहु पारिवारिक माहौल को खराब कर सकता है, इसलिए आपको मानसिक शांति बनाए रखने पर ध्यान देना होगा।
 
2. दाम्पत्य/प्रेम संबंध: लग्न में स्थित शनि की सप्तम दृष्टि दांपत्य जीवन में कुछ चुनौतियां ला सकती है। आपको और आपके जीवनसाथी को धैर्य रखने की आवश्यकता होगी। पंचम भाव का बृहस्पति (जून से अक्टूबर) प्रेम संबंधों में सकारात्मक परिणाम देगा, मधुरता और गहराई आएगी।
 
3. संतान पक्ष: पंचम भाव का बृहस्पति संतान के लिए भी शुभ है। यदि आप संतान की योजना बना रहे हैं, तो यह अवधि शुभ है। हालांकि राहु और केतु के कारण आपको संतान पर ध्यान देना होगा। उसके प्रति आपकी जिम्मेदारी बढ़ जाएगी।
 
4. टिप: लग्न में शनि होने के कारण आपके स्वभाव में कड़वाहट आ सकती है। कड़वे वचन बोलने से बचें, अन्यथा निजी और पेशेवर रिश्ते खराब हो सकते हैं। शनि का उपाय करें।
मीन राशि लाल किताब सेहत और शिक्षा: Pisces Lal kitab Health and Education 2026
1. सेहत: लग्न में शनि की स्थिति आपके स्वास्थ्य पर दबाव बनाएगी। आपको अपने शरीर को लेकर गंभीर होना होगा। छठे भाव का केतु आपको निरोगी बनाए रखने में मदद करेगा और पुराने रोगों से मुक्ति दिलाएगा, बशर्ते आप धर्म परायण बने रहें। अशुभ होने पर यह दांत या होंठों से संबंधित रोग दे सकता है।
 
2. शिक्षा: पंचम भाव का बृहस्पति (जून से अक्टूबर) छात्रों के लिए उत्कृष्ट समय है। शिक्षा में सकारात्मक परिणाम मिलेंगे। छठे भाव का केतु आपको विभिन्न प्रतिस्पर्धात्मक परीक्षाओं और विवादों में सफलता दिलाएगा।
 
3. उपाय: आपको हनुमानजी की पूजा करना चाहिए, केसरिया तिलक लगाना चाहिए और अपने दांतों को नीम की दातुन से साफ करना चाहिए। 
 
मीन राशि के लिए लाल किताब के सटीक उपाय 2026: Lal Kitab Remedies 2026 for Pisces
गुरु को करें बलवान (धन और ज्ञान के लिए):
1. पुजारी को कपड़े दान करें। 
2. मुर्गे को मसूर की दाल खिलाते रहें।
3. अपने घर में सूरजमुखी या गेंदा का पौधा लगाएं।
4. गुरुवार का उपवास रखें।
 
शनि-राहु-केतु के लिए करें ये उपाय:
1. शनि: दांत साफ रखें। अंधे, अपंगों, सेवकों और सफाई कर्मियों से अच्छा व्यवहार रखें। 
2. राहु: नीम के पत्तों को पानी में डालकर नहाएं या नीम के तेल का प्रयोग करें।
3. केतु: हल्दी और केसर का दूध पीएं। सिर पर केसर का तिलक लगाएं।
 
मीन राशि लाल किताब के अनुसार सावधानियां 2026 | Lal Kitab Caution 2026 for Pisces
1. दगाबाजी और झगड़ालू प्रवृत्ति से बचें। 
2. शिक्षा और नौकरी के प्रति गंभीर व जिम्मेदार रहे। 
3. शराब का सेवन न करें और ब्याज का धंधा न करें।
4. भिखारी को तांबा या तांबे का सिक्का कभी दान न करें अन्यथा पुत्र को कष्ट होगा। 
5. बहनों और मामाओं से व्यर्थ ही झगड़ा न करें। 
 
मीन राशि के लिए लाल किताब का सबसे खास उपाय: Lal Kitab upay for Pisces
1. किसी धार्मिक स्थान पर लगातार छह दिनों तक 600 ग्राम चने की दाल का दान करें।
3. किसी मंदिर में केले का पेड़ लगा दें और मंदिर में ही किसी गरीब को कंबल और पंडित को काली किनारी वाली धोती दान कर दें।  

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