3 साल की अवधि के लिए IMF में नियुक्ति : उन्होंने निजी कारणों का हवाला देते हुए अपना कार्यकाल पूरा होने से पहले ही पद से इस्तीफा दे दिया था। उनके इस्तीफे के 1 दिन बाद 10 दिसंबर 2018 को उनका कार्यकाल समाप्त हो गया था। गुरुवार यानी 28 अगस्त को जारी आदेश में कहा गया है कि मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने अर्थशास्त्री और आरबीआई के पूर्व गवर्नर पटेल को 3 साल की अवधि के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के कार्यकारी निदेशक के पद पर नियुक्त करने को मंजूरी दे दी है।
ALSO READ: RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा बोले- अनिश्चितताओं के बीच वृद्धि पर है आरबीआई की नजर
पटेल 1990 के बाद से अपना कार्यकाल पूरा होने से पहले पद छोड़ने वाले केंद्रीय बैंक के पहले गवर्नर थे। इससे पहले उन्होंने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष में काम किया था। वे आरबीआई के डिप्टी गवर्नर भी रह चुके हैं। वे 1996-1997 के दौरान आईएमएफ से केंद्रीय बैंक में प्रतिनियुक्ति पर आए थे और उस समय उन्होंने ऋण बाजार के विकास, बैंकिंग क्षेत्र में सुधार, पेंशन निधि में सुधार और विदेशी मुद्रा बाजार के विकास पर सलाह दी थी। पटेल 1998 से 2001 तक वित्त मंत्रालय (आर्थिक मामलों के विभाग) में सलाहकार रहे। वे सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों में अन्य पद पर भी रहे हैं।(भाषा)
ALSO READ: RBI क्यों खरीद रहा भर-भर कर सोना, क्या देश में आने वाला है संकट, जानिए सच
Edited by: Ravindra Gupta