जेवराती मांग से सोना चमका, चांदी भी उछली

Webdunia
सोमवार, 17 सितम्बर 2018 (16:58 IST)
नई दिल्ली। विदेशी बाजारों में रही घटबढ़ के बीच कम भाव पर जेवराती मांग आने से दिल्ली सर्राफा बाजार में सोमवार को सोना 180 रुपए चमककर 31,600 रुपए प्रति दस ग्राम पर पहुंच गया। चांदी भी 180 रुपए की बढ़त में 37,680 रुपए प्रति किलोग्राम बोली गई।


लंदन से मिली जानकारी के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय बाजारों में सोना हाजिर 2.75 डॉलर चमककर 1,196.10 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया। दिसंबर का अमेरिकी सोना वायदा हालांकि 0.20 डॉलर की गिरावट में 1,200.90 डॉलर प्रति औंस बोला गया।

बाजार विश्लेषकों ने बताया कि वैश्विक बाजारों में पीली धातु की कीमत पर दो विपरीत कारकों का प्रभाव है। एक तरफ कम भाव के कारण निवेशकों की ओर से मांग बढ़ गई है, तो दूसरी तरफ दुनिया की अन्य प्रमुख मुद्राओं के बास्केट में डॉलर के मजबूत होने से इस पर दबाव बढ़ गया है।

इसके अलावा चीन के 200 अरब डॉलर के अन्य उत्पादों पर सीमा शुल्क लगाने की अमेरिका की पूरी तैयारी को देखते हुए निवेशकों का रुझान सुरक्षित निवेश में बढ़ा है। वैश्विक स्तर पर चांदी हाजिर 0.10 डॉलर की बढ़त के साथ 14.12 डॉलर प्रति औंस बिकी। (वार्ता)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

क्या आपकी देशभक्ति पैसों के लिए छुट्टी पर है, पहलगाम आतंकी हमले को कैसे भूल गए क्रिकेटर, देशभक्ति दिखाना सिर्फ सेना का काम, सोशल मीडिया पर फूटा लोगों का गुस्सा

धर्मांतरण गैंग की शिकार मेरठ की आशा नेगी की कहानी, पढ़िए छांगुर बाबा के राइटहैंड बदर सिद्दीकी ने कैसे फंसाया जाल में

मॉनसून सत्र से पहले डोनाल्ड ट्रंप बढ़ा रहे मोदी सरकार की मुश्किल, मोदीजी, 5 जहाजों का सच क्या है? देश को जानने का हक है

बिग बैंग के कुछ ही क्षणों बाद ब्रह्मांड ने खुद को नष्ट क्यों नहीं कर लिया, सर्न की खोज में सामने आया जवाब

कहीं आपको भी तो नहीं ट्रंप की यह बीमारी, दिल तक खून पहुंचने में दिक्कत, जानिए क्या है लक्षण और इलाज

सभी देखें

नवीनतम

Sunday Read: सत्ता, सेक्स और साजिश – डोनाल्ड ट्रम्प और कुख्यात यौन अपराधी जेफरी एपस्टीन की दोस्ती का काला अध्याय

नाइजर में आतंकवादी हमला, अगवा भारतीय की पत्नी ने सरकार से मांगी मदद

रमी खेलते दिखे महाराष्‍ट्र के कृषि मंत्री, रोहित पवार ने वायरल किया वीडियो

LIVE: संसद के मानसून सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक जारी

शशि थरूर बोले, राष्ट्र सर्वप्रथम, पार्टियां देश को बेहतर बनाने का माध्यम

अगला लेख