वाशिंगटन। रूस यूक्रेन युद्ध के बीच भारत ने ओपेक पर अपनी तेल निर्भरता घटाते हुए रूस से तेल आयात में भारी वृद्धि कर दी गई है। भारत में पिछले 6 माह में रूस से कच्चे तेल का आयात 50 गुना से ज्यादा बढ़ गया। केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि अपनी जनता को ऊर्जा उपलब्ध कराना भारत सरकार का नैतिक कर्तव्य है और उसे जहां से तेल मिलेगा वह खरीदना जारी रखेगी। उन्होंने साफ कहा कि किसी ने भारत को रूस से तेल खरीदने से मना नहीं किया है।
पुरी ने यहां भारतीय पत्रकारों के एक समूह से कहा कि भारत को जहां से तेल मिलेगा, वह खरीदेगा क्योंकि इस तरह की चर्चा भारत की उपयोक्ता आबादी से नहीं की जा सकती है।
रूस-यूक्रेन युद्ध का दुनिया के ऊर्जा मंत्र पर दूरगामी प्रभाव हो रहा है और मांग तथा आपूर्ति में असंतुलन के कारण पुराने व्यापारिक संबंध भी खराब हो रहे हैं। इसके कारण दुनिया में तमाम उपभोक्तओं और व्यापार एवं उद्योग के लिए ऊर्जा की कीमत बढ़ गई है, आम जनता के साथ-साथ उद्योगों की जेबों और देशों की अर्थव्यवस्था पर पर भी इसका कुप्रभाव साफ-साफ दिखने लगा है।
उन्होंने कहा कि अगर उत्तर अमेरिका में पेट्रोल डीजल के दाम 43 से 45 फीसदी बढ़ते हैं तो भारत में इसके दाम 2 प्रतिशत तक बढ़ जाएंगे।
गौरतलब है कि भारत द्वारा रूस से कच्चे तेल का आयात अप्रैल से अभी तक 50 गुना से ज्यादा बढ़ गया है। भारत फिलहाल कुल कच्चा तेल आयात का 10 फीसदी हिस्सा रूस से मंगवा रहा है। यूक्रेन युद्ध से पहले भारत रूस से महज 0.2 फीसदी आयात करता था।
त्योहारी सीजन में महंगी हुई CNG, PNG : दिल्ली में सीएनजी और पीएनजी की कीमतों में शनिवार को 3 रुपए की बढ़ोतरी कर दी गई। केंद्र सरकार द्वारा एक अक्टूबर से प्राकृतिक गैस के दाम में 40 फीसदी की वृद्धि किए जाने के बाद यह कदम उठाया गया। सीएनजी की कीमत में पिछले 4 महीनों में, जबकि पीएनजी के दाम में बीते 2 महीनों में पहली बार वृद्धि की गई है।
इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (IGL) की वेबसाइट पर प्रसारित जानकारी के मुताबिक, 3 रुपए की वृद्धि के साथ दिल्ली में सीएनजी की कीमत 75.61 रुपए प्रति किलोग्राम से बढ़कर 78.61 रुपए प्रति किलोग्राम हो गई है। राष्ट्रीय राजधानी में पीएनजी के दाम अब 50.59 रुपए प्रति एससीएम से बढ़कर 53.59 रुपए प्रति एससीएम हो गए।