GST ने तोड़ी Parle की कमर, कर सकती है 10,000 लोगों की छंटनी

Webdunia
बुधवार, 21 अगस्त 2019 (11:37 IST)
भारत में अर्थव्यवस्था में धीमी रफ्तार का असर अब बिस्किट कंपनियों तक भी पहुंच गया है। देश की सबसे बड़ी बिस्किट बनाने वाली कंपनी पारले (Parle) ने एक बयान में कहा है कि बिस्किट की खपत कम होने के कारण 8,000-10,000 लोगों की छंटनी करना पड़ सकती है। 
 
पारले का कहना है कि केंद्र सरकार से 100 रुपये प्रतिकिलो या इससे कम कीमत वाले बिस्किट पर GST में कटौती किए जाने की मांग की है, जो कि आमतौर पर 5 रुपए और उससे कम कीमत के पैक पर बेचे जाते हैं। अगर सरकार हमें प्रोत्साहन नहीं देती तो हमारे पास 8,000-10,000 लोगों को नौकरी से निकालने के अतिरिक्त कोई विकल्प नहीं है।
 
कंपनी का कहना है कि पिछले टैक्स व्यवस्था के हिसाब से 100 रुपए प्रतिकिलो वाले बिस्किट पर 12 फीसदी टैक्स लगाया जाता था। इससे कंपनियों को उम्मीद थी कि प्रीमियम बिस्किट के GST 12 प्रतिशत और कीमत वाले बिस्किट पर 5 प्रतिशत GST लगेगा, लेकिन सरकार ने दो साल पहले सभी बिस्किट पर 18 प्रतिशत GST लागू कर दी। इस कारण से दामों में 5 प्रतिशत की बढ़ोतरी करने के बाद बिस्किट की बिक्री में गिरावट आ गई।
 
एक लाख कर्मचारी करते हैं काम : पारले की बिक्री सालाना 10,000 करोड़ रुपए से ज्यादा है। कंपनी के पास एक लाख कर्मचारी हैं। कंपनी 10 प्लांट ऑपरेट करती है। कंपनी की बिस्किट की बिक्री आधे से ज्यादा ग्रामीण क्षेत्रों में होती है।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

PAN 2.0 Project : अब बदल जाएगा आपका PAN कार्ड, QR कोड में होगी पूरी कुंडली

तेलंगाना सरकार ने ठुकराया अडाणी का 100 करोड़ का दान, जानिए क्या है पूरा मामला?

Indore : सावधान, सरकारी योजना, स्कीम और सब्सिडी के नाम पर खाली हो सकता है आपका खाता, इंदौर पुलिस की Cyber Advisory

क्‍या एकनाथ शिंदे छोड़ देंगे राजनीति, CM पर सस्पेंस के बीच शिवसेना UBT ने याद दिलाई प्रतिज्ञा

संभल विवाद के बीच भोपाल की जामा मस्जिद को लेकर दावा, BJP सांसद ने शिव मंदिर होने के दिए सबूत

सभी देखें

नवीनतम

संभल में कैसे भड़की हिंसा, DM राजेंद्र पेंसिया ने बताई पूरी सचाई

LIVE: बांग्लादेश में इस्कॉन से जुड़े धर्मगुरु चिन्मय कृष्ण दास प्रभु गिरफ्तार

दुष्कर्म और कई राज्‍यों में की हत्‍या, 1 दर्जन से ज्‍यादा केस दर्ज, आरोपी गुजरात से गिरफ्तार

Pakistan : इमरान के समर्थकों ने इस्लामाबाद की ओर निकाला मार्च, पीटीआई के शीर्ष नेताओं ने जेल में की मुलाकात

Maharashtra का मुख्यमंत्री चुनने में महायुति को आखिर क्यों हो रही है इतनी देरी

अगला लेख