SBI MF ने शुरू की JanNivesh SIP, 250 रुपए से कर सकेंगे निवेश

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
सोमवार, 17 फ़रवरी 2025 (23:05 IST)
संपत्ति प्रबंधन कंपनी एसबीआई म्यूचुअल फंड ने सोमवार को 250 रुपए मासिक निवेश वाली व्यवस्थित निवेश योजना (एसआईपी) शुरू की। इसका उद्देश्य निवेश उत्पाद को हर तबके तक पहुंचाना है। जननिवेश एसआईपी योजना के तहत निवेशक प्रति लेनदेन 250 रुपए तक कम कम राशि का निवेश कर सकते हैं। इस योजना को भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच की मौजूदगी में शुरू किया गया।
 
निवेशक आमतौर पर एसआईपी में 500 रुपए लगाते हैं। यह उस योजना के आधार पर 100 रुपए तक कम हो सकता है जिसमें पैसा लगाया जा रहा है। म्यूचुअल फंड की पहुंच को व्यापक बनाने के उद्देश्य से कम राशि यानी 250 रुपए के निवेश वाला एसआईपी लाया गया है।
 
यह निवेश उत्पाद एसबीआई योनो ऐप के अलावा वित्तीय प्रौद्योगिकी मंच पेटीएम, जेरोधा और ग्रो आदि पर उपलब्ध होंगे। इसे गांवों, कस्बों और शहरी क्षेत्रों के छोटे बचतकर्ताओं और पहली बार निवेश करने वालों को वित्तीय समावेश के दायरे में लाने के लिए निवेश करने में सक्षम बनाने के लिए तैयार किया गया है।
 
बुच ने 250 रुपए के निवेश वाले एसआईपी की शुरुआत को अपने ‘सबसे प्यारे सपनों’ में से एक बताया और कहा कि यह पेशकश एक योजना से कहीं अधिक है।
 
उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि हम वास्तव में इसी के बारे में बात कर रहे हैं, कि जैसे-जैसे भारत आगे बढ़ रहा है और धन सृजित हो रहा है, यह हर किसी के हाथों में वितरित होता है, भले ही यह बहुत ही छोटे तरीके से हो। इसलिए, मेरे लिए, यह वास्तव में जननिवेश का मतलब है।
 
बुच ने कहा कि वर्तमान में उपलब्ध इन उत्पादों में ‘ब्रेक-ईवन’ यानी लाभ में आने की अवधि लंबी है और ये व्यावहारिक नहीं हैं और इसलिए इनपर ज्यादा जोर नहीं दिया जा रहा है। इसे लाभ में आने की अवधि को लगभग दो से तीन साल तक कम करने का प्रयास किया गया है।
 
एसबीआई म्यूचुअल फंड के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी नंद किशोर ने कहा, ‘‘प्रवेश बाधाओं को कम करके और डिजिटल मंच का लाभ उठाकर, हमारा लक्ष्य पहली बार निवेश करने वाले निवेशकों, छोटे बचतकर्ताओं और असंगठित क्षेत्र के लोगों को आकर्षित करना है ताकि वे सिर्फ 250 रुपए से एसआईपी शुरू कर सके।’’
 
एसबीआई के चेयरमैन सी एस शेट्टी ने इस पेशकश के मौके पर कहा कि जब हम वित्तीय समावेश के नए चरण में प्रवेश कर रहे हैं, तो नवाचार और समावेशिता बहुत जरूरी है। हमारा ध्यान ऐसे उत्पादों, प्रक्रियाओं और प्रौद्योगिकियों को विकसित करने पर है, जो समावेश को सहज और प्रभावी बनाते हैं। इनपुट भाषा Edited by : Sudhir Sharma

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

सपने टूटे, भविष्य पर संकट, अमेरिका से लौटे अवैध प्रवासियों की दर्दनाक कहानी

Mahakumbh 2025 : आचमन तो छोड़िए, नहाने योग्य भी नहीं संगम का पानी, CPCB की रिपोर्ट से मचा हड़कंप

EPFO बना रहा है रिजर्व फंड, जानिए एम्प्लॉइज को क्या होगा फायदा

मृत्यु कुंभ में बदला महाकुंभ, बिना पोस्टमार्टम शवों को बंगाल भेजा, ममता बनर्जी ने CM योगी पर लगाए आरोप

अयोध्या में भगदड़ मचाने की साजिश, राम मंदिर दर्शन मार्ग पर गिराया ड्रोन

सभी देखें

नवीनतम

सपने टूटे, भविष्य पर संकट, अमेरिका से लौटे अवैध प्रवासियों की दर्दनाक कहानी

Mahakumbh 2025 : आचमन तो छोड़िए, नहाने योग्य भी नहीं संगम का पानी, CPCB की रिपोर्ट से मचा हड़कंप

CEC राजीव कुमार हुए सेवानिवृत्त, LS और JK विधानसभा समेत अनेक चुनाव कराए संपूर्ण

HONDA ने बिक्री में बना दिया रिकॉर्ड, 17 वर्षों में किया यह कमाल

सस्ते Realme P3 Pro 5G और Realme P3x 5G हुए लॉन्च, जानिए फीचर्स

अगला लेख