नई दिल्ली। देश में लोक सेवकों के चयन के लिए संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा आयोजित कराई जाने वाली प्रतिष्ठित सिविल सेवा परीक्षा-2021 में शीर्ष स्थान पाने वाली श्रुति शर्मा ने 54.56 प्रतिशत अंक हासिल किए जबकि दूसरे स्थान पर रहीं अंकिता अग्रवाल को 51.85 प्रतिशत अंक मिले।
आयोग द्वारा सोमवार को घोषित किए गए नतीजों के मुताबिक कुल 685 प्रतिभागियों ने परीक्षा पास की जिनमें 508 पुरुष और 177 महिलाएं शामिल हैं। यूपीएससी द्वारा भारतीय प्रशासनिक सेवा, भारतीय विदेश सेवा और भारतीय पुलिस सेवा समेत अन्य सेवाओं के लिए अधिकारियों के चयन के वास्ते हर वर्ष तीन चरणों- प्रारंभिक, मुख्य और साक्षात्कार- में सिविल सेवा परीक्षा आयोजित की जाती है।
प्रारंभिक परीक्षा में वस्तुनिष्ठ प्रकार (बहुविकल्पीय) प्रश्नों के 2 पेपर होते हैं और अधिकतम 400 अंक होते हैं। यह चरण केवल एक स्क्रीनिंग परीक्षण के रूप में कार्य करने के लिए है, और इस परीक्षा में हासिल अंकों को मुख्य परीक्षा के लिए योग्य घोषित उम्मीदवारों के अंतिम मेरिट के निर्धारण में इस्तेमाल नहीं किया जाता है।
मेरिट कुल 2,025 अंकों में से निर्धारित की जाती है- लिखित या मुख्य परीक्षा 1,750 अंकों की होती है और साक्षात्कार 275 अंकों का होता है। यूपीएससी द्वारा परीक्षा पास करने वाले छात्रों के घोषित किए गए अंकों के मुताबिक शर्मा को कुल 1,105 अंक मिले जिनमें से 932 अंक लिखित (मुख्य) परीक्षा के लिए और 173 साक्षात्कार के लिए दिए गए।
यूपीएससी के मुताबिक अग्रवाल को कुल 1,050 अंक मिले जिनमें लिखित में 871 और साक्षात्कार के 179 अंक शामिल हैं। 3रा स्थान पाने वाली गामिनी सिंगला को 1045 अंक मिले। लिखित में 858 और साक्षात्कार में 187। 4थे स्थान पर रहे ऐश्वर्य वर्मा को कुल 1,039 अंक मिले। लिखित परीक्षा में 860 और साक्षात्कार में 179 अंक उन्हें दिए गए।
इस परीक्षा में 5वां स्थान हासिल करने वाले उत्कर्ष द्विवेदी को कुल 1,036 अंक मिले। उन्हें लिखित परीक्षा में 871 और साक्षात्कार में 165 अंक हासिल हुए। सिविल सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा-2021, 10 अक्टूबर, 2021 को आयोजित की गई थी। इस परीक्षा के लिए कुल 10,93,984 उम्मीदवारों ने आवेदन किया था, जिसमें से 5,08,619 उम्मीदवार उपस्थित हुए।
इस साल जनवरी में हुई लिखित (मुख्य) परीक्षा में 9,214 उम्मीदवारों ने हिस्सा लिया था। परीक्षा के व्यक्तित्व परीक्षण (साक्षात्कार) के लिए कुल 1,824 उम्मीदवार सफल हुए थे। कुल 685 सफल उम्मीदवारों में से 244 सामान्य वर्ग से, 73 आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग से, 203 अन्य पिछड़ा वर्ग से, 105 अनुसूचित जाति से और 60 अनुसूचित जनजाति से हैं।