द्रविड़ की प्रशंसा करते हुए हुसैन ने कहा कि दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने जबरदस्त मानसिक मजबूती का प्रदर्शन किया है। भारतीय टीम इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सिरीज में जूझती नजर आई लेकिन द्रविड़ इसके बावजूद तीन शतक जड़ने में सफल रहे।
हुसैन ने ‘द डेली मेल’ में अपने कॉलम में लिखा, ‘‘सपाट पिचों पर जब सभी चीजें बल्लेबाजों के पक्ष में होती हैं तो रन बनाना एक बात है, लेकिन जब आपकी टीम के सभी साथी असफल हो रहे हों तब रन जुटाना बिलकुल अलग बात है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘द्रविड़ ने जिस तरह से बल्लेबाजी की, उससे उनकी मानसिक मजबूती और उनकी विशेषता का पता चलता है। जब किसी भी कारणों से अन्य खिलाड़ी बल्लेबाजी में पारी की शुरुआत नहीं कर पा रहे हों तब उनका ऐसा करना बहुत ही निस्वार्थ था।’’
हुसैन ने कहा, ‘‘द्रविड़ ने भारतीय ड्रेसिंग रूम में कुछ खिलाड़ियों को दिखा दिया कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर कैसा होता है। वह खेल के महान क्रिकेटरों में तेंडुलकर के साथ हैं। वह मुश्किल हालातों में रन बनाते हैं।’’ उन्होंने कहा कि भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और कोच डंकन फ्लेचर को उम्मीद करनी चाहिए कि द्रविड़ क्रिकेट के लंबे प्रारूप से संन्यास नहीं लें। द्रविड़ ने इस दौरे के बाद एक दिवसीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है।
हुसैन ने कहा, ‘‘धोनी और फ्लेचर को उम्मीद करनी चाहिए कि द्रविड़ जितना संभव हो सके, लंबे समय तक भारतीय टीम के खिलाड़ियों के लिए बेहतरीन उदाहरण बने रहें।’’ (भाषा)