भारत का वनडे सिरीज पर 4-1 से कब्जा

पोलार्ड का तूफानी शतक, भारत 34 रन से जीता

Webdunia
रविवार, 11 दिसंबर 2011 (23:48 IST)
' मैन ऑफ द मैच' युवा बल्लेबाज मनोज तिवारी का नाबाद सैकड़ा आखिर में विस्फोटक बल्लेबाज कीरोन पोलार्ड की 10 छक्कों से सजी आकर्षक शतकीय पारी पर भारी पड़ा जिससे भारत ने पांचवें और अंतिम एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में आज यहां वेस्टइंडीज को 34 रन से हराकर श्रृंखला 4-1 से अपने नाम की। रोहित शर्मा को सिरीज के 5 मैचों में 305 रनों का पुरस्कार 'मैन ऑफ द सिरीज' के रूप में मिला।

मनोज तिवारी ने रिटायर्ड हर्ट होने से पहले 104 रन बनाए, जिसमें दस चौके और एक छक्का शामिल था। मनोज के करियर का यह पहला शतक था। 2008 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मनोज ने वनडे करियर की शुरुआत की थी लेकिन अपने छठे वनडे मैच में उन्होंने कमाल का प्रदर्शन किया। मनोज ने विराट कोहली (80) के साथ चौथे विकेट के लिए 117 रन की साझेदारी क ी, जिससे भारत ने खराब शुरुआत से उबरकर छह विकेट पर 267 रन बनाए।

वेस्टइंडीज की शुरुआत और खराब रही। उसके पांच विकेट 78 रन पर आउट हो गए। पोलार्ड ने हालांकि छक्कों की बरसात करके 119 रन बनाए और इस बीच आंद्रे रसेल (53) के साथ छठे विकेट के लिए 89 रन की साझेदारी की। पोलार्ड ने अपनी पहली शतकीय पारी में दस छक्के और चार चौके जड़े। वह आखिरी बल्लेबाज के रूप में आउट हुए जिससे कैरेबियाई टीम 44.1 ओवर में 233 रन पर सिमट गई।

यह मैच दो बल्लेबाजों के पहले अंतरराष्ट्रीय शतक का गवाह रहा। दोनों विषम परिस्थितियों में क्रीज पर उतरे थे और दोनों ने अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभाई। अंतर सिर्फ दूसरे छोर के बल्लेबाजों ने पैदा किया। भारत के पास जहां काफी विकेट बचे थे वहीं वेस्टइंडीज के दूसरे छोर के बल्लेबाज पोलार्ड का अच्छा साथ नहीं दे पाए। भारत केवल तीन विशेषज्ञ गेंदबाजों के साथ उतरा था लेकिन इससे परिणाम पर असर नहीं पड़ा।

पोलार्ड ने अपने दस में से छह छक्के जडेजा पर जड़े लेकिन वह 62 रन के एवज में तीन विकेट लेकर भारत के सबसे सफल गेंदबाज भी रहे। इरफान पठान और अभिमन्यु मिथुन ने दो-दो विकेट लिए।

पठान ने बल्लेबाजी के दौरान 49वां ओवर मेडन जाने दिया था लेकिन गेंदबाजी में उन्होंने शानदार आगाज किया। उनकी पहली ही गेंद स्विंग लेकर अंदर की तरफ आई जिस पर लेंडल सिमन्स पगबाधा आउट हो गए। उन्होंने जल्द ही दूसरे सलामी बल्लेबाज कीरेन पावेल (15) को भी बोल्ड किया। भारत को सैमुअल्स (6) का विकेट अंपायर सुधीर आसनानी के कारण मिला।

मिथुन की बाहर जाती गेंद सैमुअल्स के बल्ले को लगभग छूती हुई निकली। गेंदबाज ने अपील नहीं की लेकिन विकेटकीपर पार्थिव पटेल ने अधूरे मन से हल्की अपील की, जिस पर असनानी की अंगुली उठ गई। मिथुन ने इसके बाद अपना पहला मैच खेल रहे जैसन मोहम्मद (2) को पगबाधा आउट किया।
यह दिलचस्प संयोग था दसवें ओवर के बाद पठान और मिथुन दोनों का गेंदबाजी विश्लेषण एक जैसा पांच ओवर, एक मेडन, 18 रन और दो विकेट था। पोलार्ड ने मिथुन के अगले ओवर में दो चौके जड़कर उनका गेंदबाजी विश्लेषण बिगाड़ा। इसके बाद चेपॉक स्टेडियम में बैठे दर्शकों ने छक्कों की बरसात देखी। रविंदर जडेजा गेंदबाजी के लिए आए तो पोलार्ड ने उनके लगातार तीन ओवर में तीन छक्के जड़े।

जडेजा हालांकि अपने दूसरे ओवर में दिनेश रामदीन (14) को पगबाधा आउट करने में सफल रहा। रसेल ने भी बीच में छक्के जड़ने में पोलार्ड का भरपूर साथ दिया। हालांकि वह 37 गेंद पर अपना अर्धशतक पूरा करने के बाद रन आउट हो गए। कप्तान डेरेन सैमी (3) और सुनील नारायण (8) के आउट होने के बाद पोलार्ड ने अधिकतर स्ट्राइक अपने पास रखने की रणनीति अपनाई।

इससे पहले टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी के लिए उतरे भारत शुरुआत भयावह रही। इंदौर में रिकॉर्ड 219 रन बनाने वाले वीरेंद्र सहवाग को विश्राम दिया गया और उनकी अनुपस्थिति में भारत ने पहली तीन गेंद पर अजिंक्य रहाणे और पार्थिव पटेल के विकेट गंवा दिए।

इस श्रृंखला में अपनी बारी का लंबा इंतजार करने वाले रहाणे अंदर की तरफ आती गेंद का सही तरह से बचाव नहीं कर पाए और पगबाधा आउट हो गए। रोच की अगली गेंद नीची रही जिस पर पार्थिव ने शॉट खेलने की जल्दबाजी दिखाई और वह उनके बल्ले का किनारा लेकर विकेटों में समा गई। तिवारी ने न सिर्फ हैट्रिक बचाई बल्कि संभलकर बल्लेबाजी की।

भारत ने पहले दस ओवर में 49 रन बनाए। इस बीच भारतीयों के लिहाज से सातवां ओवर अधिक फलदायक रहा, जिसमें 15 रन बने। भारत को तीसरा झटका एंथनी मार्टिन ने गंभीर को पगबाधा आउट करके दिया। गंभीर ने अपने 31 रन के लिए 41 गेंद खेली तथा दो चौके लगाए।

तिवारी इस बीच ऐंठन से परेशान थे और नारायण की अगली गेंद पर एक रन लेने के बाद वह रिटायर्ड हर्ट होकर मैदान से बाहर चले गए। कोहली ने स्लाग ओवरों में मार्टिन की गेंद पर ऐसी कोशिश की तो लांग ऑन पर सैमुअल्स को आसान कैच दे बैठे जबकि रोहित शर्मा अगले ओवर में नारायण की गेंद पर पूरी तरह चकमा खाकर बोल्ड हो गए।

कोहली ने 85 गेंद खेली और पांच चौके लगाए जबकि रोहित ने 26 गेंद पर 21 रन बनाए। लगभग पौने तीन साल बाद भारतीय टीम में वापसी करने वाले पठान ने 49वां ओवर मेडन जाने दिया। वह दस गेंद पर चार रन बनाकर पारी की आखिरी गेंद पर रन आउट हुए जबकि रैना 16 रन बनाकर नाबाद रहे। (भाषा/वेबदुनिया)

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