कपिल देव के बाद विरोध प्रदर्शन कर रहे पहलवानों का शुक्रवार को समर्थन करते हुए न्याय सुनिश्चित करने के साथ त्वरित कार्रवाई की मांग कुछ पूर्व क्रिकेटरों ने की। पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग, हरभजन सिंह, इरफान पठान, मदन लाल और नवजोत सिंह सिद्धू ने पहलवानों का समर्थन किया। इस मामले पर हालांकि भारत के किसी भी सक्रिय क्रिकेटर ने अपनी राय नहीं रखी है, लेकिन कुछ पूर्व खिलाड़ियों ने अपने विचार साझा किये।
The answers to 'Why are top cricketers silent?' should be obvious even to babies born yesterday:
1. "The accused belongs to the ruling party".
2. "Which all-powerful man's all-powerful son controls BCCI?". pic.twitter.com/8M2jKpK3pn
अन्य खेलों के इन खिलाड़ियों ने किया पहलवानों का समर्थन
ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा और अभिनव बिंद्रा सहित भारतीय खेल बिरादरी ने यहां विरोध प्रदर्शन कर रहे पहलवानों का शुक्रवार को समर्थन करते हुए न्याय सुनिश्चित करने के साथ त्वरित कार्रवाई की मांग की।चैंपियन भाला फेंक खिलाड़ी चोपड़ा, पूर्व निशानेबाज बिंद्रा के अलावा, मुक्केबाज निकहत जरीन, टेनिस स्टार सानिया मिर्जा, हॉकी खिलाड़ी रानी रामपाल ने पहलवानों का समर्थन किया।
इन खिलाड़ियों की प्रतिक्रिया ऐसे समय में आई है जबकि भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की अध्यक्ष पीटी उषा ने भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायत एथलेटिक्स आयोग से दर्ज कराने के बजाय अपने विरोध प्रदर्शन को फिर से शुरू करने के लिए सड़कों पर उतरने के लिए पहलवानों की कड़ी आलोचना की थी।
एथलेटिक्स में भारत के लिए पहला ओलंपिक स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचने वाले भाला फेंक के एथलीट चोपड़ा ने कहा कि पहलवानों को न्याय के लिए सड़क पर उतरने के लिए मजबूर होना पड़ा जो कि आहत करने वाला है।
उन्होंने ट्वीट किया, हमारे खिलाड़ियों को न्याय की मांग करते हुए सड़कों पर देखकर मुझे दुख होता है। उन्होंने हमारे महान राष्ट्र का प्रतिनिधित्व करने और हमें गौरवान्वित करने के लिए कड़ी मेहनत की है। एक राष्ट्र के रूप में, हम प्रत्येक व्यक्ति, चाहे वह खिलाड़ी हो या कोई और, की अखंडता और सम्मान की रक्षा के लिए जिम्मेदार हैं। जो हो रहा है वह कभी नहीं होना चाहिए।चोपड़ा ने कहा,यह एक संवेदनशील मुद्दा है, और इससे निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से निपटा जाना चाहिए। संबंधित अधिकारियों को न्याय सुनिश्चित करने के लिए त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए।
इस तरह से पहलवानों को अब देश के दोनों व्यक्तिगत ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता खिलाड़ियों का समर्थन मिल गया है। बीजिंग ओलंपिक 2008 में निशानेबाजी में स्वर्ण पदक जीतने वाले अभिनव बिंद्रा ने हाल में पहलवानों के प्रति अपना समर्थन जताया था।बिंद्रा ने ट्वीट किया था, एक खिलाड़ी के रूप में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपने देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए हम हर दिन कड़ी मेहनत करते हैं। यह देखना बेहद दुखद है कि भारतीय कुश्ती प्रशासन में उत्पीड़न के आरोपों के खिलाफ हमारे खिलाड़ियों को सड़कों पर विरोध करना जरूरी लग रहा है।