भारत की ओर से अगर जसप्रीत बुमराह और इंग्लैंड की ओर से अगर जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड गेंदबाजी कर रहे हों तो यह माना जा सकता है कि बेहतरीन स्विंग गेंदबाजी देखने को मिलेगी। टेस्ट अगर लाल की जगह गुलाबी गेंद से खेला जा रहा हो तो उम्मीद और बढ़ जाती है।
लेकिन नरेंद्र मोदी स्टेडियम की पिच पर दो दिन तक एक अलग ही मंजर देखा गया। मैच के 18 विकेट स्पिन गेंदबाजों ने निकाले और तेज गेंदबाजों के खाते में आए दो विकेट। इशांत शर्मा ने सिबली को और जोफ्रा आर्चर ने शुभमन गिल का विकेट लिया। इसके अलवा किसी भी तेज गेंदबाज को विकेट नहीं मिला।
संभवत यह टेस्ट क्रिकेट में पहला मौका होगा जब जसप्रीत बुमराह अंतिम ग्यारह में होने के बाद भी एक विकेट नहीं निकाल पाए। वहीं जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड तो पूरे दो साल बाद साथ में टेस्ट क्रिकेट खेले वह भी गुलाबी गेंद से पर दोनों के खाते में 1 विकेट भी नहीं आ पाया।
पिच इतनी ज्यादा घुमावदार थी कि दोनों ही टीम के कप्तानों ने तेज गेंदबाजों का उतना उपयोग ही नहीं किया। जसप्रीत बुमराह ने पहली पारी में 6 ओवर डालकर 19 रन दिए दूसरी पारी में तो कप्तान कोहली ने उनकी तरफ गेंद ही नहीं उछाली।
वहीं जेम्स एंडरसन ने पहली पारी में 13 ओवर में 20 रन दिए और स्टुअर्ट ब्रॉड ने 6 ओवर में 16 रन दिए। दूसरी पारी में इन दोनों को ही रूट ने गेंद नहीं थमाई। तेज गेंदबाजों के इन हालात पर ट्विटर पर भी मजाक का दौर शुरु हुआ
गौरतलब है कि जसप्रीत बुमराह भारत के टेस्ट में ही नहीं अन्य फॉर्मेट में भी भारत के प्रमुख तेज गेंदबाज है। उन्होंने सिर्फ 19 टेस्ट में 83 विकेट चटकाए हैं। ऐसे टेस्ट मैच उनसे सबसे तेज 100 विकेट बनाने के रिकॉर्ड में रोड़ा डाल सकते हैं।
वहीं जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड तो लंबे समय से इंग्लैंड टीम की गेंदबाजी की कमान संभाल रहे हैं। कुल 159 मैचों में वह 611 विकेट ले चुके हैं। इंग्लैंड के दूसरे सबसे अनुभवी गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड ने 146 मैचों में 517 विकेट निकाले हैं। इन तीनों ही गेंदबाजों का विकेट का खाता जब 0 दिखाता है तो काफी अजीब सा लगता है।(वेबदुनिया डेस्क)