उप्र के समर्थ सिंह की निगाहें टी-20 सत्र पर

Webdunia
गुरुवार, 29 दिसंबर 2016 (18:35 IST)
नई दिल्ली। उत्तरप्रदेश की रणजी टीम बेशक इस बार रणजी ट्रॉफी के नॉकआउट दौर में नहीं पहुंच पाई लेकिन उसके प्रतिभाशाली ओपनर समर्थ सिंह ने इस सत्र में अपने प्रदर्शन से काफी प्रभावित किया और अब उनकी निगाहें अगले ट्वंटी-20 सत्र पर टिक गई हैं।
दिल्ली में जन्मे समर्थ ने अपना पहला रणजी सत्र उत्तरप्रदेश की तरफ से खेला और उत्तरप्रदेश की ओर से सत्र में सर्वाधिक रन बनाने वाले दूसरे बल्लेबाज रहे। समर्थ को चोटों के कारण थोड़ा नुकसान उठाना पड़ा, इसके बावजूद उन्होंने 6 मैचों में 46.82 के औसत से 369 रन बनाए और उनका सर्वाधिक स्कोर 187 रहा था। यूपी की टीम में समर्थ से ज्यादा रन कुलदीप यादव (466) ने बनाए।
 
समर्थ ने अपने पहले रणजी सत्र के लिए कहा कि मुझे काफी कुछ सीखने को मिला। आप वैसे क्रिकेट खेलते रहें तो बहुत चीजें नहीं सीख पाते हैं लेकिन देश के राष्ट्रीय टूर्नामेंट में अलग राज्यों की टीमों और अलग-अलग खिलाड़ियों के खिलाफ खेलकर आप बहुत कुछ सीखते हैं। मैदान में रहकर ही आप अपने खेल में सुधार कर सकते हैं। मुझे इस सत्र में खेलकर इस बात का अहसास हुआ और इस अनुभव का फायदा मुझे आगामी ट्वंटी-20 सत्र और फिर अगले रणजी सत्र में इसका फायदा मिलेगा।
 
उत्तरप्रदेश से पहले दिल्ली अंडर-19 और दिल्ली अंडर-22 टीमों के लिए खेल चुके समर्थ ने रणजी सत्र के दूसरे ही मैच में धर्मशाला में तमिलनाडु के खिलाफ 187 रनों की धमाकेदार पारी खेली थी। तमिलनाडु वही टीम है, जो कर्नाटक को लुढ़काकर रणजी सेमीफाइनल में पहुंच चुकी है। इस मैच में समर्थ ने तमिलनाडु के स्पिनर अश्विन क्रिस्ट की गेंदों पर 3 जबरदस्त छक्के मारे थे।
 
समर्थ ने कहा कि मेरा रणजी में पदार्पण साल था। अच्छी शुरुआत होने के बावजूद बदकिस्मती से मैं बाद में उतना अच्छा नहीं कर पाया। 1 मैच में युवराज सिंह के शॉट पर मेरी कोहनी में चोट लग गई थी। उस समय तो मुझे लगा था कि मेरा हाथ ही चला गया है लेकिन अस्पताल में इलाज कराने के बाद मैं वापस लौटा था। इस सत्र ने मेरा मनोबल ऊंचा किया है जिससे मुझे आगे अच्छा प्रदर्शन करने में मदद मिलेगी।
 
25 वर्षीय समर्थ ने 187 रनों के अलावा गुजरात के खिलाफ 50 और 21 तथा मुंबई के खिलाफ 27 और 42 रन बनाए थे। पूर्व भारतीय क्रिकेटर और कोच मुंबई के प्रवीण आमरे से कोचिंग लेने वाले समर्थ की निगाहें 29 जनवरी से शुरू होने वाले ट्वंटी-20 टूर्नामेंट सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी पर लगी हैं, जहां समर्थ ने पिछले सत्र में शानदार प्रदर्शन कर यूपी को चैंपियन बनाया था। 
 
ट्वंटी-20 में समर्थ ने झारखंड के खिलाफ 64 और गुजरात के खिलाफ नाबाद 65 रन बनाए थे। उन्होंने फाइनल में बड़ौदा के खिलाफ मात्र 13 गेंदों में 1 चौका और 2 छक्के उड़ाते हुए 19 रन ठोके थे। समर्थ ने कहा कि ट्वंटी-20 के लिए वे अपने क्षेत्ररक्षण और मध्यम तेज गेंदबाजी को भी मजबूत कर रहे हैं, जो इस खेल के सबसे छोटे प्रारूप के लिए बहुत जरूरी है।
 
समर्थ ने साथ ही कहा कि उसका लक्ष्य ट्वंटी-20 टूर्नामेंट में बेहतर प्रदर्शन कर आईपीएल में जगह बनाना है। उसका मानना है कि आईपीएल एक ऐसा मंच है, जहां कुछ शानदार प्रदर्शन आपको राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिला देते हैं। (वार्ता)
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