दुबई:अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने 2024 से 2031 चक्र में आयोजित होने वाले पुरुष क्रिकेट टूर्नामेंट्स के लिए मेजबानों की पहचान करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है और इसके तुरंत बाद ही 17 देशों ने आईसीसी के इन बड़े टूर्नामेंट्स की मेजबानी करने की इच्छा जताई है।
अमेरिका समेत इन 17 देशों में ऑस्ट्रेलिया, बंगलादेश, इंग्लैंड, भारत, पाकिस्तान, आयरलैंड, मलेशिया, नामीबिया, न्यूजीलैंड, ओमान, स्कॉटलैंड, दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका, वेस्ट इंडीज, संयुक्त अरब अमीरात और जिम्बाब्वे शामिल हैं। इन सभी देशों ने मेजबानी के लिए आईसीसी को प्रारंभिक तकनीकी प्रस्ताव पेश किया है। 2024-2031 तक आठ पुरुष वनडे और टी-20 टूर्नामेंट का आयोजन हाेना है, जिसमें दो पुरुष वनडे विश्व कप, चार पुरुष टी-20 विश्व कप और दो आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी शामिल हैं। संभावित मेजबान के रूप में एक प्रारंभिक तकनीकी प्रस्ताव प्रस्तुत करने के लिए आईसीसी सदस्यों को आमंत्रित किया गया है।
आईसीसी ने सोमवार को एक विज्ञप्ति में कहा कि आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल, आईसीसी महिला और अंडर-19 टूर्नामेंटाें की मेजबानी नए चक्र में एक अलग प्रक्रिया में की जाएगी जो इस साल के अंत में शुरू होगी।
आईसीसी ने अगले चक्र में अपने टूर्नामेंटों के विस्तार के बाद पुरुष सफेद गेंद टूर्नामेंटाें के लिए खासतौर पर मेजबानों की पहचान करने की प्रक्रिया शुरू की है।
आईसीसी के कार्यवाहक मुख्य कार्यकारी ज्योफ एलार्डिस ने एक बयान में कहा, “ हम 2023 के बाद आईसीसी पुरुष सफेद गेंद टूर्नामेंटों की मेजबानी के लिए अपने सदस्यों की प्रतिक्रिया से खुश हैं। यह प्रक्रिया हमें मेजबानों की अपनी सीमा का विस्तार करने और दुनिया भर में क्रिकेट में रुचि बढ़ाने का अवसर देगी और क्रिकेट के लिए दीर्घकालिक विरासत बनाते हुए अधिक प्रशंसकों तक पहुंचेगी।
एलार्डिस ने कहा, “ दुनिया भर में क्रिकेट के एक अरब से अधिक प्रशंसक हैं और आईसीसी आयोजनों का मेजबान देशों के लिए महत्वपूर्ण आर्थिक और सामाजिक लाभ लाने का एक सिद्ध ट्रैक रिकॉर्ड है। ये आयोजन मेजबानों को आर्थिक और सामाजिक विकास सार्वजनिक नीति लक्ष्यों का समर्थन करते हुए क्रिकेट को विकसित करने के लिए स्थानीय समुदायों के साथ मिलकर काम करने का एक शानदार अवसर प्रदान करते हैं। अब हम प्रक्रिया के दूसरे चरण की ओर बढ़ेंगे, जहां आईसीसी बोर्ड इस साल के अंत में हमारे भविष्य के मेजबानों पर निर्णय लेने से पहले सदस्य को अधिक विस्तृत प्रस्ताव प्रदान करेगा। ”(वार्ता)