दुबई:अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने न्यूजीलैंड में मार्च-अप्रैल में होने वाले महिला क्रिकेट विश्व कप 2022 की प्लेइंग कंडीशन्स में बदलाव किया है। इसके तहत अगर कोई टीम कोरोना से प्रभावित होती है ताे वह केवल नौ खिलाड़ियों को मैदान में उतारने में सक्षम होगी।
आईसीसी ने इसके अलावा टाई होने वाले मैचों के नतीजे के लिए असीमित संख्या में सुपर ओवर कराने और टूर्नामेंट के दौरान टीमों के लिए सख्त प्रोटोकॉल तय किए जाने की घोषणा की है। आईसीसी के इवेंट्स प्रमुख क्रिस टेटले ने गुरुवार को एक बयान में कहा, “ अगर यह आवश्यक हो जाता है तो हम इस माहौल की गंभीरता को ध्यान में रखते हुएएक टीम को नौ खिलाड़ियों को मैदान में उतारने की अनुमति देंगे। अगर टीम के पास सब्सीट्यूट खिलाड़ियों का विकल्प होगा तो हम मैच में दो खिलाड़ियों को (गैर-बल्लेबाजी, गैर-गेंदबाजी) को मैच में खेलने की अनुमति देंगे। ”
टेटले ने कहा, “ हम टीमों को अधिकतम लचीलापन दिखाने के लिए कहेंगे और अगर हमारे उद्देश्य को पूरा करने की जरूरत होती है तो हम भी यथासंभव लचीले होंगे। अगर जरूरी हुआ तो शेड्यूल को पुनर्निर्धारित भी करेंगे। जाहिर तौर पर हमारे सामने कई तरह की लॉजिस्टिक बाधाएं हैं, लेकिन हम टीमों को अधिकतम लचीलापन दिखाने के लिए कहेंगे। मुझे लगता है कि मैं सुपर ओवर का उल्लेख किए बिना न्यूजीलैंड में प्लेइंग कंडीशन्स के बारे में बात नहीं कर सकता था और अगर हम मैच में उस बिंदु पर पहुंच जाते हैं, जहां मैच का नतीजा नहीं निकल पा रहा है तो हमें असीमित सुपर ओवर की आवश्यकता होगी। हम बाउंड्री की गिनती से मैच के नतीजे तक नहीं पहुंचेंगे। ”
उल्लेखनीय है कि महिला विश्व कप चार मार्च से शुरू होगा, जहां आठ टीमें शुरुआती दौर में एक-दूसरे से भिड़ेंगी और शीर्ष चार सेमीफाइनल में पहुंचेंगी। टूर्नामेंट के पहले मैच में मेजबान न्यूजीलैंड का सामना वेस्ट इंडीज से होगा। भारत अपने अभियान की शुरुआत छह मार्च को पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबले से करेगा।(वार्ता)