क्वीन्सटाउन:भारतीय कप्तान मिताली राज ने न्यूजीलैंड के खिलाफ चौथे महिला एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच में 63 रन से हार के बाद स्वीकार किया कि आईसीसी महिला विश्व कप से पहले गेंदबाजी उनके लिये सबसे बड़ी चिंता है।भारतीय टीम पहले मैच में 276 रन और चौथे मैच में 20 ओवरों में 192 रन का लक्ष्य हासिल करने में भी नाकाम रही थी।
मिताली ने कहा, निश्चित तौर पर हम तेज और स्पिन आक्रमण को लेकर कुछ संयोजन आजमाने की कोशिश कर रहे हैं। गेंदबाजी आक्रमण विश्व कप से पहले चिंता का विषय है।
मिताली ने स्वीकार किया कि गेंदबाज इस पूरे दौरे में अपनी लाइन व लेंथ में निरंतरता बनाये रखने में विफल रहे।
उन्होंने कहा, हम इन खुले और हवादार मैदानों में परिस्थितियों से सामंजस्य बिठा रहे हैं। हमारी गेंदबाजी में निरंतरता का अभाव रहा। मैं बल्लेबाजी करते समय ऋचा (घोष) के शॉट देख रही थी। वह प्रतिभाशाली खिलाड़ी है।
मिताली को युवा खिलाड़ियों से विश्व कप में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद
भारतीय कप्तान मिताली राज को भरोसा है कि शेफाली वर्मा और ऋचा घोष जैसी युवा खिलाड़ी न्यूजीलैंड में अगले महीने होने वाले आईसीसी महिला क्रिकेट विश्व कप में अच्छा प्रदर्शन करेंगी।मिताली का मानना है कि टी20 विश्व कप 2020 में शानदार प्रदर्शन करने वाली 18 साल की शेफाली इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में भी प्रभावशाली पारियां खेलेंगी।
मिताली ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के लिए अपने कॉलम में लिखा, निश्चित तौर पर शेफाली वर्मा उन खिलाड़ियों में शामिल हैं जिन पर स्वदेश में लोगों की नजरें रहेंगी।उन्होंने लिखा, वह दुनिया की उभरती हुई स्टार खिलाड़ियों में से एक है और मुझे लगता है कि दूसरे छोर पर स्टार बल्लेबाज स्मृति मंधाना के मार्गदर्शन और समर्थन में वह पूरे टूर्नामेंट के दौरान भारत के लिए प्रभावी प्रदर्शन करेगी।
आक्रामक बल्लेबाज शेफाली न्यूजीलैंड दौरे पर उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन करने में नाकाम रहीं और अब तक सिर्फ एक अर्धशतक जड़ पाईं हैं।विकेटकीपर के स्थान के लिए तानिया भाटिया के साथ प्रतिस्पर्धा करने वाली ऋचा घोष ने हालांकि मौकों का फायदा उठाया है। इस 18 वर्षीय खिलाड़ी ने दूसरे और चौथे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय में खेलते हुए लगातार दो अर्धशतक जड़े।
उन्होंने कहा,तानिया भाटिया विकेट के पीछे काफी भरोसेमंद है और ऋचा घोष उसे कड़ी चुनौती दे रही है, इसका मतलब है कि हमारे पास दो विकेटकीपर हैं जिन पर हम भरोसा कर सकते हैं।
मिताली ने कहा कि भारतीय टीम काफी भाग्यशाली है कि हाल में इंग्लैंड, आस्ट्रेलिया और मेजबान न्यूजीलैंड जैसी शीर्ष टीम के खिलाफ खेलकर विश्व कप में उतरेगी।
न्यूजीलैंड के मौजूदा दौरे पर अब तक सभी मुकाबले- एक टी20 और चार एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय- गंवाने के बावजूद मिताली का मानना है कि तेज गेंदबाजी के अनुकूल हालात का आदी होने का भारत को बड़ा फायदा मिलेगा जिसे स्वदेश में इस तरह के विकेट पर खेलने की आदत नहीं है।
मिताली ने कहा, न्यूजीलैंड में श्रृंखला से हमें हालात से सामंजस्य बैठाने का मौका मिला है विशेषकर तेज गेंदबाजी के अनुकूल हालात से जो हमें स्वदेश में नहीं मिलते।उन्होंने कहा, इंग्लैंड के खिलाफ हमने तीन एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय में से एक मुकाबला जीता और अन्य दो में हमने उन्हें कड़ी टक्कर दी। इसके बाद हमने आस्ट्रेलिया के लगातार 26 एकदिवसीय मैच में जीत के अभियान को रोका।
भारतीय कप्तान ने कहा, ये नतीजे दर्शाते हैं कि एक टीम के रूप में एकजुट होने और स्वयं पर भरोसा करने पर हम क्या कर सकते हैं। इंग्लैंड और आस्ट्रेलिया के खिलाफ हालिया नतीजे साबित करते हैं कि भारत आगामी महिला विश्व कप जीतने में सक्षम है।
पिछले विश्वकप की हार का अब तक है मलाल
भारत को 2017 विश्व कप के फाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ आठ रन की करीबी हार के कारण उपविजेता बनकर संतोष करना पड़ा था। मिताली ने कहा कि उस दौरान मौके गंवाने का उन्हें हमेशा मलाल रहेगा।उन्होंने कहा, मुझे 2017 में आईसीसी महिला क्रिकेट विश्व कप के फाइनल की भावनाएं स्पष्ट तौर पर याद हैं, हम जीतने के इतने करीब पहुंचे थे।
मिताली ने कहा, इंग्लैंड के खिलाफ मुकाबला खचाखच भरे लार्ड्स स्टेडियम में हो रहा था और वहां मौका चूकने का हमेशा मलाल रहेगा।आस्ट्रेलिया टी20 विश्व कप का भी उप विजेता है। टीम को 2020 में मेजबान आस्ट्रेलिया के खिलाफ फाइनल में हार का सामना करना पड़ा था।
मिताली का मानना है कि उनकी टीम ने दिखाया है कि वे खिताब जीतने में सक्षम हैं लेकिन एक बड़ी जीत दर्ज करने में नाकाम रह जाते हैं।उन्होंने कहा, हमने दिखाया है कि हम ट्रॉफी जीतने में सक्षम हैं, हम बस हमें ऐसा करके दिखाना है। मैं कल्पना कर सकती हूं कि ऐसा करने पर इसका प्रभाव क्या होगा।
पहला विश्वकप साल 2000 में न्यूजीलैंड में खेला था
मिताली ने कहा, न्यूजीलैंड में 2000 में जब मैं अपने पहले विश्व कप में खेली थी तो मैंने कभी उम्मीद नहीं की थी कि मेरे देश के लोग सड़क पर चलते हुए मुझे पहचानेंगे लेकिन अब यह आम बात है और दर्शाता है कि भारत में खेल ने कितनी प्रगति की है।
मिताली के साथ टूर्नामेंट में तेज गेंदबाज झूलन गोस्वामी भी भारतीय टीम का हिस्सा होंगी और ये दो अनुभवी खिलाड़ी खेल को अलविदा कहने से पहले खिताब जीतना चाहेंगी।
विश्व कप की शुरुआत चार मार्च को मेजबान न्यूजीलैंड और वेस्टइंडीज के बीच मुकाबले के साथ होगी।भारत अपने अभियान की शुरुआत छह मार्च को चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ करेगा।
न्यूजीलैंड की कप्तान सोफी डिवाइन टीम के एक और दबदबे वाले प्रदर्शन से खुश थी।डिवाइन ने कहा, हमारी टीम ने एक और संपूर्ण प्रदर्शन किया। हमने अपने दृढ़ इरादे दिखाये। मुझे इस टीम पर पूरा विश्वास है। पिछले दो वर्षों में इन लड़कियों जिस तरह से खुद को तैयार किया था उसे देखते हुए परिणाम हमारे अनुकूल नहीं आ रहे थे लेकिन अब यह बदलाव देखकर अच्छा लग रहा है।(भाषा)