मध्यक्रम और फिर पुछल्ले बल्लेबाजों के साथ हनुमा विहारी की पारी के कारण भारत ने दूसरी पारी में 266 रन बना लिए। जिससे दक्षिण अफ्रीका को जीत के लिए 240 रनों का लक्ष्य मिला है।
दूसरे टेस्ट के तीसरे दिन भारतीय बल्लेबाजों का नाम रहा चाहे वह अजिंक्य रहाणे हो, चेतेश्वर पुजारा हो या फिर हनुमा विहारी। हनुमा विहारी ने पुछल्ले बल्लेबाजों के साथ में अच्छी साझेदारी की जिससे भारत 260 रनों के पार जा पाया।
दक्षिण अफ्रीका के लिए रबाड़ा, यान्सिन और एन्गिडी ने 3 विकेट चटकाए। इस सीरीज में अब तक जैसी बल्लेबाजी दक्षिण अफ्रीका की रही है यह लक्ष्य मेजबान बल्लेबाजों के लिए काफी मुश्किल होने वाला है।
भारत ने अपनी पहली पारी में 202 रन बनाये थे जिसके जवाब में दक्षिण अफ्रीका ने 229 रन बनाकर 27 रन की बढ़त हासिल की थी।
खराब फॉर्म के कारण आलोचकों के निशाने पर चल रहे पुजारा (86 गेंदों पर 53) और रहाणे (78 गेंदों पर 58 रन) ने अर्धशतक जमाये और तीसरे विकेट के लिये 23.2 ओवर में 111 रन की साझेदारी की।
इन दोनों बल्लेबाजों को पता था कि उनके लिये आगे टीम में जगह बनाना मुश्किल होगा और इसलिए उन्होंने रन बनाने पर अधिक ध्यान दिया। हॉफ वॉली पर की गयी गेंदों को उन्होंने ड्राइव करके सीमा रेखा तक पहुंचाया। इस बीच रहाणे ने मार्को जेनसन की गेंद पर प्वाइंट के ऊपर से छक्का भी लगाया।
पुजारा ने 62 गेंदों पर जबकि रहाणे ने 67 गेंदों पर अर्धशतक पूरा किया जिससे पता चलता है कि उन्होंने रन बनाने को प्राथमिकता में रखा। पुजारा ने 10 चौके जबकि रहाणे ने आठ चौके और एक छक्का लगाया।
भारत का स्कोर एक समय दो विकेट पर 155 रन था और वह अच्छी स्थिति में दिख रहा था, लेकिन इसके बाद रबाडा ने बेहतरीन स्पैल करके अपनी टीम को वापसी दिलायी।
रबाडा ने रहाणे को विकेटकीपर काइल वेरेन के हाथों कैच कराया और पुजारा को पगबाधा आउट किया। उन्होंने इसके बाद ऋषभ पंत को खाता भी नहीं खोलने दिया जिन्होंने शार्ट पिच गेंद को हॉफ वॉली पर खेलने का गैरजिम्मेदाराना रवैया अपनाकर विकेटकीपर को कैच दिया।
रविचंद्रन अश्विन ने एनगिडी की गेंद पर विकेट के पीछे कैच देने से पहले 14 गेंदों पर 16 रन बनाये। लंच के समय हनुमा विहारी छह और शार्दुल ठाकुर चार रन पर खेल रहे थे।
लंच के बाद शार्दुल ठाकुर ने आक्रामक क्रिकेट खेली और 28 रन बनाए। इसके बाद बुमराह ने भी एक छक्का रबाड़ा की गेंद पर जड़ा। पुछल्ले बल्लेबाजों को हनुमा विहारी स्ट्राइक दे रहे थे।
हालांकि 9 विकेट गिर जाने के बाद उन्होंने लगातार अपने पास स्ट्राइक रखी और 2 लगातार चौके मारकर 40 रनों तक पहुंचे। इसके बाद लगा कि विहारी भी अर्धशतक बना लेंगे लेकिन सिराज को एन्गिडी ने बोल्ड कर भारत की पारी 266 रनों पर समेट दी।