नार्थ साउंड। बेहतरीन फार्म में चल रहे कप्तान विराट कोहली के 12वें टेस्ट शतक की मदद से भारत ने यहां वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले क्रिकेट टेस्ट के पहले दिन पहली पारी में चार विकेट पर 302 रन बनाए। कोहली (नाबाद 143) ने मोर्चे से अगुआई करते हुए बेहतरीन पारी खेली जबकि सलामी बल्लेबाज शिखर धवन ने भी 84 रन का योगदान दिया।
अपने 42वें टेस्ट में 3000 रन पूरे करने वाले भारतीय कप्तान दिन का खेल खत्म होने पर रविचंद्रन अश्विन (नाबाद 22) के साथ खेल रहे थे। दोनों पांचवें विकेट के लिए अब तक 66 रन जोड़ चुके हैं।
भारत ने सतर्क शुरुआत की। टीम ने पहले सत्र में 27 ओवर में एक विकेट पर 72 रन बनाए लेकिन इसके बाद कोहली ने रन गति में इजाफा किया। दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने 3.35 रन प्रति ओवर की प्रभावी रन गति हासिल की।
सपाट पिच पर वेस्टइंडीज के गेंदबाज मेहमान टीम के बल्लेबाजों को परेशान करने में नाकाम रहे। कोहली के टास जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया जिसके बाद शुरुआत में भारतीय बल्लेबाजों को कुछ परेशानी हुई।
भारत ने बाएं हाथ के स्पिनर रविंद्र जडेजा को टीम में शामिल नहीं किया और इसकी जगह तीन तेज गेंदबाजों के साथ उतरने का फैसला किया। उमेश यादव, मोहम्मद शमी और इशांत शर्मा को तेज गेंदबाजी विभाग में जिम्मेदारी मिली जबकि स्पिन विभाग में अश्विन और अमित मिश्रा को शामिल किया गया। वेस्टइंडीज ने रोस्टन चेज को पदार्पण का मौका दिया और सात विशेषज्ञ बल्लेबाजों को टीम में शामिल किया।
मुरली विजय और धवन ने भारत को सतर्क शुरुआत दिलाई। गेंदबाजी आक्रमण की शुरुआत शेनन गैब्रियल (43 रन पर एक विकेट) और जेसन होल्डर (बिना विकेट के 41 रन) ने की। वेस्टइंडीज ने पहले दिन सुबह नयी गेंद से तरोताजा पिच का पूरा फायदा उठाया। होल्डर ने शार्ट गेंद फेंककर धवन की परीक्षा ली। गैब्रियल ने भी अपनी तेजी से धवन को परेशान किया। विजय क्रीज पर सहज दिख रहे थे और उन्होंने काफी गेंद छोड़ी। गैब्रियल ने हालांकि उछाल लेती गेंद पर उन्हें दूसरी स्लिप में क्रेग ब्रेथवेट के हाथों कैच करा दिया। विजय ने सात रन बनाए।
चेतेश्वर पुजारा (16) तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे और कभी परेशानी में नजर नहीं आए। भारतीय बल्लेबाजों को आफ स्पिनर चेज :बिना किसी विकेट के 54 रन: का सामना करने में कोई दिक्कत नहीं हुई। उन्होंने हालांकि रन गति पर अंकुश लगाए रखा।
भारत के 50 रन 24वें ओवर में पूरे हुए जबकि धवन और पुजारा ने 50 रन की साझेदारी लंच से पहले 118 गेंद में पूरी की। पुजारा हालांकि दूसरे सत्र में रन बनाने की जल्दी में दिखे। वह लेग स्पिनर देवेंद्र बिशू (108 रन पर तीन विकेट) की गेंद पर जल्दबाजी में शाट खेलने की कोशिश में प्वाइंट पर क्रेग ब्रेथवेट को आसान कैच दे बैठे।
कोहली और धवन ने इसके बाद पारी को संभाला। कोहली ने आक्रामक रवैया अपनाया और पांच चौकों की मदद से सिर्फ 75 गेंद में अर्धशतक पूरा किया। कोहली और धवन ने 41वें ओवर में अर्धशतकीय साझेदारी पूरी की जबकि अगले 12 ओवर में 50 रन और जोड़कर शतकीय साझेदारी बनाई। धवन ने होल्डर पर तीन रन के साथ 84 गेंद में अर्धशतक पूरा किया। कोहली ने भी कालरेस ब्रेथवेट पर लगातार दो चौकों के साथ 50 रन पूरे किए।
बिशू ने हालांकि चाय से पहले ही अंतिम गेंद पर धवन को पगबाधा आउट करके भारत को तीसरा झटका दिया। उन्होंेने 147 गेंद का सामना करते हुए नौ चौके और एक छक्का मारा। चाय के बाद कोहली ने अजिंक्य रहाणे (22) के साथ भी 57 रन जोड़े। रहाणे पांच रन के निजी स्कोर पर भाग्यशाली रहे जब गैब्रियल की गेंद ने उनके बल्ले का बाहरी किनारा लिया लेकिन स्लिप तक नहीं पहुंची।
कोहली और रहाणे ने 61वें ओवर में टीम का स्कोर 200 रन के पार पहुंचाया। दोनों ने पांच ओवर बाद 65 गेंद में अर्धशतकीय साझेदारी पूरी की। कोहली ने इस दौरान कुछ अच्छे कवर ड्राइव और आन ड्राइव लगाए।
कालरेस ब्रेथवेट ने हालांकि इस बीच बल्लेबाजों को कुछ परेशान किया। रहाणे इसके बाद बिशू की गेंद पर खराब शाट खेलकर मिड विकेट पर डेरेन ब्रावो को कैच दे बैठे।
इस समय 22 ओवर और फेंके जाने थे और रिद्धिमान साहा से पहले अश्विन का बल्लेबाजी के लिए उतरना हैरानी भरा रहा।
अश्विन ने हालांकि कुछ अच्छे शाट खेले और दिन का खेल खत्म होने तक कप्तान कोहली के साथ नाबाद रहे। कोहली ने इस बीच कालरेस ब्रेथवेट पर एक रन के साथ 134 गेंद में 11 चौकों की मदद से अपना 12वां टेस्ट शतक पूरा किया। (भाषा)