हरारे। वन-डे श्रृंखला में क्लीन स्वीप करने वाली भारतीय क्रिकेट टीम इस प्रदर्शन को पहले टी-20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में नहीं दोहरा सकी और जिम्बाब्वे ने उसे दो रन से हराकर अप्रत्याशित जीत दर्ज की। एल्टन चिगुंबुरा के 26 गेंद में नाबाद 54 रन की मदद से जिम्बाब्वे ने 6 विकेट पर 170 रन बनाए। जवाब में भारत 6 विकेट पर 168 रन ही बना सका। तेज गेंदबाज नेविले मेडजिवा ने बेहतरीन आखिरी ओवर डालकर मेजबान को तीन मैचों की श्रृंखला में 1-0 से बढ़त दिला दी।
वनडे श्रृंखला 3-0 से जीतने वाले भारत को अर्श से फर्श पर लाते हुए जिम्बाब्वे जैसे कमजोर प्रतिद्वंद्वी ने इस शर्मनाक हार की ओर धकेला। दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फिनिशरों में शुमार कप्तान महेंद्र सिंह धोनी इस बार नाकाम रहे। भारत को आखिरी ओवर में आठ रन की जरूरत थी, लेकिन धोनी अपनी 17 गेंद में 19 रन की धीमी पारी में एक भी बड़ा शॉट नहीं खेल पाए। धोनी ने आखिरी ओवर में भी एक रन लेकर हिमाचल प्रदेश के रिषि धवन को स्ट्राइक पर छोड़ दिया जिनमें बड़ा स्ट्रोक खेलने की क्षमता नहीं थी।
आईपीएल के नियमित क्रिकेटरों मनीष पांडे (48) और अक्षर पटेल (18) ने कुछ देर किला लड़ाया, लेकिन निर्णायक क्षणों में जिम्बाब्वे के उन गेंदबाजों के सामने आउट हो गए जो लुभावनी निजी लीग में नहीं खेलते हैं। जब भारत को 42 गेंद में 79 रन चाहिए थे, तब पांडे ने विरोधी कप्तान ग्रीम क्रेमर को लगातार दो छक्के जड़कर 14वें ओवर में 16 रन बनाए।
धोनी ने अगले ओवर में पहला चौका टी मुजाराबानी की गेंद पर जड़ा। पांडे ने अगले ओवर में मेडजिवा को चौका लगाकर कुल 12 रन लिए। तीन ओवर में भारत को अब 38 रन की जरूरत थी। उस समय लग रहा था कि पांडे टीम को जीत तक ले जाएंगे लेकिन मुजाराबानी की गेंद पर खराब शॉट खेलकर वे विकेट गंवा बैठे। उन्होंने 35 गेंद में एक चौके और तीन छक्के के साथ 48 रन बनए।
इस समय भारत को 12 गेंद में 21 रन चाहिए थे। अक्षर पटेल ने एक चौका और एक छक्का लगाया जिससे आखिरी ओवर में आठ रन की जरूरत थी जो भारत नहीं बना सका। दूसरा मैच सोमवार को इसी मैदान पर खेला जाएगा। शुरुआत में भारत के वन-डे श्रृंखला के हीरो केएल राहुल (0) पारी की पहली ही गेंद पर आउट हो गए। डोनाल्डा तिरिपानो ने थर्डमैन पर उन्हें लपकवाया। मनदीप सिंह ने पांच चौकों की मदद से 31 रन बनाये और अंबाती रायुडू के साथ दूसरे विकेट के लिए 44 रन जोड़े। रायुडू को चामू चिभाभा ने बोल्ड किया जबकि मनदीप भी इसी गेंदबाज का शिकार हुए जिनका कैच मुतोम्बोजी ने डाइव लगाकर लपका। भारत का स्कोर तीन विकेट पर 60 रन था जब केदार जाधव और पांडे साथ आए।
दोनों ने 30 रन जोड़े लेकिन मुजाराबानी ने जाधव को आउट कर दिया। इस समय धोनी मैदान पर उतरे लेकिन अपना चिर-परिचित फार्म नहीं दिखा सके। इससे पहले जिम्बाब्वे की पारी का आकषर्ण चिगुंबुरा रहे जिन्होंने अपनी 26 गेंद की पारी में एक चौका और सात छक्के जड़े। भारत के लिए बाएं हाथ के स्पिनर अक्षर पटेल ने चार ओवर में 18 रन देकर एक विकेट लिया जबकि जसप्रीत बुमरा को दो विकेट मिले। रिषि धवन, युजवेंद्र चहल और जयदेव उनादकट महंगे साबित हुए जिन्होंने चार चार ओवरों में क्रमश: 42, 38 और 43 रन दिए।
हैमिल्टन मसाकाजा ने 15 गेंद में तीन छक्कों के साथ 25 रन बनाए। उन्होंने धवन को एक और उनादकट को दो छक्के लगाए। चामू चिभाभा (19 गेंद में 20 रन) ने पहले विकेट के लिए 33 रन जोड़े जिन्हें बुमरा ने आउट किया। मसाकाजा ने विकेट के पीछे महेंद्रसिंह धोनी को कैच थमाया। रिचमंड मुतुम्बामी ( 0 रिटायर्ड हर्ट) को उनादकट की तीसरी गेंद खेलते हुए चोट लगी।
हिमाचल प्रदेश के धवन ने चार ओवरों में छह चौके और एक छक्का लुटाया लेकिन उन्हें चिभाभा का विकेट मिला। सिकंदर रजा (18 गेंद में 20 रन) और मैल्कम वालर (21 गेंद में 30 रन) ने तीसरे विकेट के लिए 47 रन जोड़े, लेकिन चहल की गुगली पर वालर अपना विकेट गंवा बैठे। रजा इसके तुरंत बाद रन आउट हो गए। क्रिस मुतोम्बोजी के आउट होने के बाद चिगुंबुरा ने भारतीय गेंदबाजों की बखिया उधेड़ते हुए बल्ले से आतिश उगला। (भाषा)