नॉटिंघम:कोविड-19 महामारी के दौरान जब क्रिकेट सहित अन्य खेल गतिविधियां ठप हो गईं, तब इंग्लैंड के दिग्गज बल्लेबाज जो रूट बेहतर संतुलन हासिल करने के लिए एक पैर पर बल्लेबाजी का अभ्यास कर रहे थे। इस बात का खुलासा रूट के पिता मैट ने किया।
आधुनिक समय के महानतम बल्लेबाजों में शमिल रूट न्यूजीलैंड के खिलाफ चल रही टेस्ट श्रृंखला में शानदार लय में हैं। उन्होंने इस दौरान टेस्ट में 10,000 रनों का आंकड़ा पार किया और सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में भारतीय दिग्गज सुनील गावस्कर को पीछे छोड़ दिया।रूट के पिता मैट ने कहा, कोविड-19 महामारी के दौरान वह रूट अकादमी में संतुलन बनाने के लिए एक पर घंटों तक बल्लेबाजी करते थे। उसके इस तरह के अभ्यास का एक वीडियो भी कही हैं ।
मैट ने कहा, जो रूट को बल्लेबाजी करना पसंद है। जब वह बच्चे थे तब हर समय बल्लेबाजी के लिए तैयार रहते थे, बस सामने से कोई गेंदबाजी करने वाला होना चाहिये था।टेस्ट क्रिकेट में 10 हज़ार रन बनाने वाले 14वें खिलाड़ी भी बन गए हैं। रूट इंग्लैंड की तरफ से दूसरे दस हजारी बने हैं। उनसे पहले एलिस्टेयर कुक 161 टेस्टों में12472 रनों के साथ यह उपलब्धि हासिल करने वाले इंग्लैंड के पहले खिलाड़ी थे।
लगातार अभ्यास का ही नतीजा रहा कि जो रूट जो दिसंबर 2021 में मार्नस लाबुशेन द्वारा आईसीसी टेस्ट रैंकिंग की नंबर 1 रैंक से अपदस्थ हो गए थे वह अब वापस टेस्ट के बेस्ट बल्लेबाज बन गए हैं।
टेस्ट बल्लेबाजी रैंकिंग में रोहित और कोहली क्रमश: सातवें और दसवें स्थान हैं जबकि इंग्लैंड के जो रूट न्यूजीलैंड के खिलाफ मौजूदा आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप श्रृंखला में लगातार दूसरा शतक लगाने के बाद शीर्ष पर पहुंच गए हैं। रूट के अब आस्ट्रेलिया के मार्नस लाबुशेन से पांच रेटिंग अंक अधिक हैं।
नॉटिंघम टेस्ट की पहली पारी में 176 रन की पारी खेलने वाले रूट के 897 अंक हैं।रूट के हमवतन जॉनी बेयरस्टो और कप्तान बेन स्टोक्स को भी फायदा हुआ है। बेयरस्टो की 92 गेंदों में 136 रन की पारी की बदौलत इंग्लैंड ने आखिरी दिन में पांच विकेट से जीत हासिल की थी।
इस शानदार पारी के दम पर बेयरस्टो 13 पायदान के फायदे से 39वें स्थान पर पहुंच गए जबकि स्टोक्स 27वें से 22वें स्थान पर पहुंचने में सफल रहे। उन्होंने लक्ष्य का पीछा करते हुए 75 रन की नाबाद पारी खेली थी।