लंदन। नेपाल क्रिकेट टीम ने एक बड़ा उलटफेर करते हुए मेरिलबोन क्रिकेट कमेटी (एमसीसी) एकादश को एकदिवसीय मैच में 41 रनों से हराकर विश्व क्रिकेट को हैरान कर दिया।
लॉर्ड्स के मैदान पर अपना पहला मैच खेलते हुए नेपाल की क्रिकेट टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए एमसीसी एकादश के सामने जीत के लिए 218 रनों का लक्ष्य रखा। नेपाल की तरफ से ज्ञानेंद्र मल्ला ने 39 और कप्तान पारस खड़का ने अहम 30 रनों का योगदान दिया।
नेपाल और इंग्लैंड के बीच द्विपक्षीय संबंधों के 200 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित इस मैच में नेपाल ने उम्मीद से बढ़कर प्रदर्शन किया और बल्ले के अलावा गेंदों से भी शानदार प्रदर्शन कर क्रिकेट जगत का ध्यान अपनी ओर खींच लिया। मैदान में लगभग 5,000 दर्शकों के जुबान से सिर्फ सिर्फ 'नेपाल-नेपाल' के नारे लग रहे थे।
नेपाल की टीम से मिले 218 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी एमसीसी एकादश नेपाली स्पिनरों के आगे नतमस्तक नजर आई। एमसीसी एकादश की तरफ से बल्लेबाज अडायर को छोड़कर कोई भी बल्लेबाज नहीं टिक सका और एकादश की पूरी टीम 176 रन पर सिमट गई तथा एकादश को 41 रन से हार का सामना करना पड़ा।
एमसीसी के लिए सलामी बल्लेबाज अडायर ने अंत तक साहस जारी रखते हुए शतक लगाया लेकिन अपनी टीम को जीत नहीं दिला सके। नेपाल के लिए सागर पुन और बसंता ने 3-3 विकेट झटके।
इस जीत के बाद नेपाल क्रिकेट टीम के कप्तान पारस खड़का ने कहा कि लॉर्ड्स के मैदान पर मिली ऐसी जीत से टीम के सभी खिलाड़ी बहुत उत्साहित हैं। आपको हमेशा लॉर्ड्स के मैदान पर खेलने का मौका नहीं मिलता, ऐसे में यह जीत हमारे लिए बहुत मायने रखती है।
खड़का ने कहा कि मुझे लगता है कि हमने खुद पर भरोसा रखा और अच्छा क्रिकेट खेला। टीम के सभी खिलाड़ियों ने अपना शत-प्रतिशत योगदान दिया। हमने 20-30 रन कम बनाए लेकिन गेंदबाजों ने अच्छी गेंदबाजी की। इस जीत से खिलाड़ियों में काफी आत्मविश्वास जागा है। (वार्ता)