भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद शमी पर उनकी पत्नी ने संगीन आरोप लगाए हैं और अब बात पुलिस थाने में शिकायत के भी आगे पहुंच गई है। शमी की ऑनलाइन चैट का सबूत देना, कई महिलाओं से उनके संबंध होने का इल्ज़ाम लगाना ये सभी बातें शमी और उनकी पत्नी के बीच का मामला था, लेकिन शमी को मैच फिक्सिंग के इल्ज़ाम में घसीटकर उनकी पत्नी हसीन जहां ने कुछ ऐसा कर दिया है, जिसमें वे सिर्फ आरोप लगाकर बच नहीं सकतीं। अगर आरोप झूठे हैं तो उन्होंने अपनी निजी लड़ाई में इतनी गंभीर बात क्यों कही? और अगर आरोपों में जरा भी सचाई है तो वे इतने समय चुप क्यों रहीं?
मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि शमी पर आईपीसी धारा 498 ए (दहेज से संबंधित घरेलू हिंसा), 323 (मारपीट), 307 (हत्या की कोशिश), 376 (दुष्कर्म), 506 (जान से मारने की धमकी), 328 (जहर देना) और 34 (आपराधिक साजिश के तहत सामूहिक अत्याचार) के तहत मामला दर्ज किया गया है। इनमें मैच फिक्सिंग के मामले का कोई उल्लेख नहीं। बाद में हसीन मैच फिक्सिंग पर अपने आरोपों से पलट गई।
इस मुद्दे के तथ्य को देखें तो सिर्फ गंभीर इल्ज़ाम लगाए गए हैं वह भी उस पत्नी के द्वारा जो शायद अपने पति के दूसरी औरतों से संबंधों के कारण परेशान थी। शमी के तार सेक्स रैकेट से, मैच फिक्सिंग से जोड़कर इल्ज़ाम लगाने में बात में वज़न आ गया, मीडिया ने भी हाथों हाथ मामला उछाला और एफआईआर में भी गैर ज़मानती धाराएं जुड़ गई। वरना इससे पहले तो इसे एक घरेलू झगड़ा माना जा रहा था। ये सभी बातें शमी को उनकी पत्नी द्वारा अच्छा सबक सिखाने का प्लान नहीं लगता?
हसीन जहां के वकील जाकिर हुसैन ने भी हसीन जहां की ओर से जो रिपोर्ट शमी के खिलाफ दर्ज करवाई है, उसमें हो सकता है शब्द बार बार उपयोग किया गया है, याने वे भी आशंका व्यक्त कर रहे हैं। मैच फिक्सिंग का आरोप कोई पत्नी पत्नी के बीच का मामला नहीं है, जो समझौते के बाद समाप्त हो जाए। हसीन जहां को मामला साबित करना होगा और वरना यह समझा जाएगा कि पति से निजी लड़ाई में उन्होंने एक झटके में देश की इज्जत दांव पर लगा दी। क्या भारतीय टीम में शमी के लेवल पर खेलने वाला खिलाड़ी इस तरह का काम कर सकता है? शमी ने बचाव में कहा भी कि वे देश के खिलाफ कोई काम करने से पहले मर जाना पसंद करेंगे।
आरोप लगाने वाले पर कानून यह जिम्मेदारी भी डालता है कि वह उन्हें साबित करे। हो सकता है कि शमी ने लड़कियों से ऑनलाइन चैट की हो और वह कुछ हद तक अपनी सीमाओं से बाहर भी गए हों, घरेलू हिंसी भी की गई हो, इससे आम आदमी का कोई लेना देना नहीं। लेकिन जब बात मैच फिक्सिंग तक पहुंच रही है तो यह बात देश से जुड़ी है। हसीना बिना भूमिका बनाए पूरी बात स्पष्ट रूप से बताएं। एक डर यह भी है कि सेक्स रैकेट से जुड़े होने, मैच फिक्सिंग में लिप्त होने की बात की जड़ में एक गुस्सैल पत्नी का केवल बदला निकला तो यह दुर्भाग्यपूर्ण होगा।