नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने बुधवार को पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ को भारतीय पुरूष क्रिकेट टीम का मुख्य कोच नियुक्त किया।इस घोषणा की पूरी उम्मीद थी क्योंकि इस महान बल्लेबाज को बोर्ड के शीर्ष अधिकारियों ने राजी कर लिया था।
राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) के प्रमुख के तौर पर काम कर रहे द्रविड़ को भारत में 2023 में होने वाले 50 ओवर के विश्व कप तक दो साल के लिये इस पद पर नियुक्त किया है। वह न्यूजीलैंड के खिलाफ 17 नवंबर से शुरू हो रही आगामी घरेलू श्रृंखला से इस पद की जिम्मेदारी संभालेंगे।
बीसीसीआई की मीडिया विज्ञप्ति के अनुसार, सुलक्षणा नायक और आर पी सिंह की क्रिकेट सलाहकार समिति ने बुधवार को सर्वसम्मति से राहुल द्रविड़ को टीम इंडिया (सीनियर पुरूष टीम) का मुख्य कोच नियुक्त किया। पूर्व भारतीय कप्तान न्यूजीलैंड के खिलाफ आगामी घरेलू श्रृंखला से इस पद की जिम्मेदारी संभालेंगे।
भारत के लिये खेलने वाले महान खिलाड़ी 47 वर्षीय द्रविड़ बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली और सचिव जय शाह की पहली पसंद थे जिन्होंने दुबई में उनसे बात कर इस पद के लिये आवेदन करने के लिये राजी किया था।
द्रविड़ के आवेदन करने के बाद बीसीसीआई को किसी अन्य आवेदन को देखने की जरूरत ही नहीं पड़ी।उनका वेतन 10 करोड़ रूपये के आसपास होगा जो भारतीय क्रिकेट इतिहास में किसी भी कोच को दी जाने वाली सबसे ज्यादा राशि है।
बीसीसीआई ने 26 अक्टूबर को इस पद के लिये आवेदन मंगाये थे क्योंकि निर्वतमान रवि शास्त्री का कार्यकाल आईसीसी टी20 विश्व कप के बाद समाप्त हो रहा है।
द्रविड़ ने कहा, भारतीय क्रिकेट टीम का नया मुख्य कोच नियुक्त किया जाना बहुत सम्मान की बात है और मैं इस जिम्मेदारी के लिये तैयार हूं। उन्होंने साथ ही मौजूदा भारतीय टीम को यहां तक पहुंचाने के लिये अपने पूर्ववर्ती शास्त्री को उनकी भूमिका के लिये शुक्रिया किया।उन्होंने कहा, शास्त्री के मार्गदर्शन में टीम ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया है और मैं उम्मीद करता हूं कि टीम के साथ काम करते हुए मैं इसे आगे ले जाऊंगा।
वह टेस्ट मैचों में सचिन तेंदुलकर के बाद दूसरे सर्वाधिक रन जुटाने वाले खिलाड़ी हैं, जिनके नाम 164 मैचों में 13,288 रन और 36 शतक हैं। उनके 344 वनडे में करीब 11,000 रन (10,889 रन) हैं। उन्होंने भारतीय क्रिकेट के बदलाव के मोड्यूल को बनाने में अहम भूमिका निभायी है।
वह अंडर-19 से ए टीमों की प्रगति और फिर सीनियर टीम में खिलाड़ियों के प्रवेश को करीब से देखते रहे हैं। हार्दिक पंड्या की गेंदबाजी में एनसीए में उनकी देखरेख में काफी निखार आया जबकि ऋषभ पंत, ईशान किशन, हनुमा विहारी, पृथ्वी साव, शुभमन गिल किसी न किसी समय उनके मार्गदर्शन में रहे हैं।
द्रविड़ ने कहा, एनसीए में, अंडर-19 और भारत ए की टीमों में खिलाड़ियों के साथ करीब से काम करने से मैं जानता हूं कि उनमें प्रत्येक दिन सुधार करने का जुनून और इच्छा है। उन्होंने अपने लक्ष्यों के बारे में बात की जिसमें आस्ट्रेलिया में टी20 विश्व कप में और 2023 में भारत में 50 ओवर के विश्व कप में अच्छा प्रदर्शन शामिल है। उन्होंने कहा, अगले दो साल में कई टीमों के कुछ बड़े टूर्नामेंट खेले जाने हैं और मैं हमारी क्षमता के अनुरूप लक्ष्यों को हासिल करने के लिए खिलाड़ियों और सहयोगी स्टाफ के साथ काम करने के लिये तैयार हूं।
उनके पूर्व भारतीय कप्तान और बीसीसीआई के मौजूदा अध्यक्ष सौरव गांगुली को उनसे भारतीय टीम को अगले स्तर पर ले जाने की उम्मीद है।
गांगुली ने कहा, राहुल का खिलाड़ी के तौर पर करियर शानदार रहा है और वह खेल के महान खिलाड़ियों में से एक हैं। वह एनसीए के प्रमुख के तौर पर भी भारतीय क्रिकेट की सेवा कर चुके हैं। उन्होंने कहा, एनसीए में राहुल ने कई युवा क्रिकेट प्रतिभाओं को तराशा जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय मंच पर देश का प्रतिनिधित्व किया। मैं उम्मीद करता हूं कि उनका नया कार्यकाल भारतीय क्रिकेट को नयी ऊंचाईयों पर ले जायेगा।
सचिव शाह ने भी गांगुली के साथ सहमति जताते हुए कहा, अगले दो वर्षों में दो विश्व कप होने हैं, तो बदलाव की प्रक्रिया का बिना किसी परेशानी के होना अहम है और पूर्व भारतीय कप्तान इस पद के लिये सही व्यक्ति हैं।
शाह ने यह भी सूचित किया कि बीसीसीआई जल्द ही द्रविड़ के साथ काम करने वाले कोचिंग स्टाफ की घोषणा करेगा।(भाषा)